किसी देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) किसी दिए गए वर्ष में उसकी सीमाओं के भीतर उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं का कुल मूल्य है। इसकी गणना उपभोग, निवेश, सरकारी खर्च और शुद्ध निर्यात सहित देश के भीतर उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य को जोड़कर की जाती है।
जीडीपी किसी देश की आर्थिक ताकत का एक महत्वपूर्ण संकेतक है क्योंकि यह अर्थव्यवस्था के कुल उत्पादन को मापता है। उच्च जीडीपी का मतलब है कि देश अधिक वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन कर रहा है, जिससे उसके नागरिकों के लिए उच्च जीवन स्तर बन सकता है।
फोर्ब्स ने अक्टूबर 2023 में सबसे अधिक जीडीपी वाले देशों की सूची जारी की है।
26,954 बिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ USA दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं में शीर्ष पर है।
चीन 17,786 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ दुनिया में दूसरे नंबर पर आता है।
आश्चर्यजनक रूप से जर्मनी ने जापान को पछाड़कर $4,430 बिलियन की जीडीपी के साथ तीसरे स्थान पर अपनी जगह बनाई है।
काफी समय से नंबर तीन पर रहने वाला जापान $4,231 बिलियन के साथ चौथे स्थान पर खिसक गया है।
भारतीय अर्थव्यवस्था हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ी है। $3,730 बिलियन की जीडीपी के साथ 5वें नंबर पर भारत ने अपनी जगह सुनिश्चित की है।
भारत को औपनिवेशिक गुलाम बनाने वाला ब्रिटेन 3,332 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ आज छठे क्रमांक पर है।
यूरोप में अपनी अलग पहचान रखने वाला देश फ्रांस $3,052 की जीडीपी के साथ दुनिया में 7वें नंबर पर आता है।