Maharashtra Day 2024: क्यों मनाया जाता है महाराष्ट्र दिवस?

प्रतिवर्ष 01 मई को महाराष्ट्र राज्य अपना स्थापना दिवस मनाता है।

मई के महीने की पहली तारीख महाराष्ट्र राज्य के लिए बेहद खास है क्योंकि हर साल 01 मई को महाराष्ट्र राज्य अपना स्थापना दिवस मनाता है, जिसे महाराष्ट्र दिवस (Maharashtra Day) के नाम से भी जाना जाता है। आपको बता दें कि भारत की आज़ादी से पहले महाराष्ट्र और गुजरात दोनों राज्य ही बॉम्बे प्रेसीडेंसी का हिस्सा हुआ करते थे, जिसका प्रशासन ब्रिटिश सरकार के हाथों में था। सन् 1947 में भारत को आज़ादी मिलने के बाद महाराष्ट्र और गुजरात को अलग-अलग प्रदेश घोषित कर दिया गया। आइए जानते हैं कि महाराष्ट्र राज्य का गठन कब, कैसे और क्यों हुआ?

महाराष्ट्र स्थापना दिवस का इतिहास - History of Maharashtra Day

हमारे देश को आज़ादी मिल चुकी थी। भारत दो देशों हिंदुस्तान और पाकिस्तान में बंट चुका था। भारत के सामने अब राज्यों के पुर्नगठन को लेकर एक नई चुनौती खड़ी हो गई थी। ये बात है आज़ादी के समय की जब महाराष्ट्र और गुजरात दोनों बॉम्बे प्रदेश का ही एक भाग थे, लेकिन कुछ विवादों के चलते मराठी और गुजराती भाषा के लोग अपने लिए अलग-अलग राज्य की मांग करने लगे। इस मांग ने कुछ समय बाद आंदोलन का रूप ले लिया। इससे पहले राज्यों के पुनर्गठन अधिनियम 1956 के अंतर्गत कई अन्य राज्यों का गठन किया जा चुका था, जिसमें कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल और तमिलनाडु शामिल थे।

कैसे बना अलग राज्य?

इन्हें अलग राज्यों में स्थापित कर दिया गया था, लेकिन मराठी और गुजराती भाषी लोगों को कोई अलग राज्य नहीं मिला था, जिसके कारण उन लोगों ने कई आंदोलन किए। इसके बाद 01 मई, सन् 1960 को तत्कालीन भारतीय सरकार द्वारा बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम 1960 के अंतर्गत महाराष्ट्र और गुजरात को दो राज्यों में विभाजित कर दिया गया और साथ ही साथ बॉम्बे (अब मुंबई) को महाराष्ट्र राज्य की राजधानी भी घोषित कर दिया गया। तब से महाराष्ट्र राज्य की स्थापना के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 01 मई को महाराष्ट्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

क्या है महत्त्व?

महाराष्ट्र दिवस मराठी लोगों के लिए विशेष महत्त्व रखता है, क्योंकि ये दिन उन लोगों के लिए उनके राज्य के जन्म का प्रतीक है। इस दिन ने उन लोगों को भाषा और संस्कृति के आधार पर पूरे भारत में एक अलग पहचान दिलवाई। मराठी भाषी लोगों के लिए ये दिन जश्न मनाने के साथ-साथ उन लोगों को श्रद्धांजलि देने का भी दिन है, जिन्होंने महाराष्ट्र राज्य को अपनी एक पहचान दिलावने में अहम भूमिका निभाई।

देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य

क्षेत्रफल की दृष्टि की यदि हम देखें, तो महाराष्ट्र हमारे देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है जो 307,713 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ। महाराष्ट्र राज्य भारत के पश्चिम-मध्य भाग में स्थित है जो कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, गोवा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गुजरात राज्य के साथ अपनी सीमा साझा करता है।

महाराष्ट्र के प्रसिद्ध व्यक्तित्व - Famous Personalities of Maharashtra