सिक्किम स्थापना दिवस हर साल 16 मई को मनाया जाता है। यह दिन सिक्किम के भारत में शामिल होने की स्मृति में मनाया जाता है। 16 मई 1975 को सिक्किम आधिकारिक रूप से भारत का 22वाँ राज्य बना था। 2025 में सिक्किम अपना 50वाँ स्थापना दिवस मना रहा है, जिसे स्वर्ण जयंती वर्ष के रूप में बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है।
इतिहास
सिक्किम एक स्वतंत्र राजशाही हुआ करता था, जिसे चोग्याल शासकों द्वारा शासित किया जाता था। 1975 में, जनमत संग्रह के माध्यम से सिक्किम की जनता ने भारत में शामिल होने का निर्णय लिया। इसके बाद भारतीय संसद ने एक संवैधानिक संशोधन के द्वारा सिक्किम को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया।
2025 के उत्सव
इस वर्ष सिक्किम स्थापना दिवस विशेष है क्योंकि यह राज्य की स्वर्ण जयंती है। गंगटोक, नामची, पेले, मंगन और अन्य प्रमुख शहरों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रदर्शनी, लोक नृत्य, संगीत समारोह और ऐतिहासिक प्रदर्शनों का आयोजन किया जा रहा है। राज्य सरकार ने इस अवसर पर कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया है।
सिक्किम की विशेषताएं
- भारत का पहला पूर्ण जैविक राज्य।
- गंगटोक, लाचेन, युमथांग और गुरुडोंगमार झील जैसे खूबसूरत पर्यटक स्थल।
- समृद्ध बौद्ध संस्कृति और कई मठ।
- स्वच्छता, शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण में अग्रणी राज्य।
सिक्किम न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, बल्कि इसके नागरिकों की एकता, शांतिप्रियता और सतत विकास के प्रति समर्पण के लिए भी प्रशंसनीय है। स्थापना दिवस केवल एक ऐतिहासिक घटना नहीं, बल्कि सिक्किम की आत्मा और विकास की यात्रा का प्रतीक है।
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