ऐसा माना जाता है कि एक चित्र हजारों – लाखों शब्द कहने की क्षमता रखता है। जिन भावनाओं को व्यक्त करने के लिए शब्द कम पड जाएं तो उनके लिए चित्रों का प्रयोग किया जाता है। आज के वर्तमान समय में हम सीधे तौर पर चित्र ना भेज कर इमोजी का ज्यादा प्रयोग करते हैं।
इमोजी एक जापानी शब्द है जिसका मतलब ‘पिक्चर वर्ल्ड’ अर्थात ‘फोटो की दुनिया’ है।
विश्व की पहली इमोजी बनाने का श्रेय जापानी मोबाइल ऑपरेटर एन.टी.टी, डो.को.मो में काम करने वाली इंजीनियर शिगेटका कुरीता को जाता है। उन्होंने 1999 में पहली बार इमोजी बनाया था। 2010 से इमोजी का प्रचलन और ज्यादा बढ़ गया जब यूनिकोड के द्वारा इसे पहचान मिली। गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी कंपनियों ने इमोजी बनाना आरंभ किया और देखते ही देखते यह पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो गया।
हर साल 17 जुलाई की वर्ल्ड इमोजी डे मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 17 जुलाई 2014 इमोजीपीडिया के संस्थापक जेरेमी बर्ज ने इमोजी के ‘डिजिटल कन्वर्सेशन पर प्रभाव’ के सम्मान में की थी। वैसे तो इमोजी का इस्तेमाल सबसे पहले साल 1990 के दशक में शुरू हुआ था। बाद में 17 जुलाई, 2002 को एप्पल ने अपने कैलेंडर ऐप के लिए इमोजी का इस्तेमाल किया था। यही वजह है कि वर्ल्ड इमोजी डे के लिए इस दिन को चुना गया था। इसको वैश्विक स्तर पर और अधिक सशक्त बनाने तथा लोगों को जागरूक करने के लिए इस क्षेत्र में कार्य किया जाता है। विभिन्न कंपटीशन आदि के माध्यम से लोगों के द्वारा इमोजी स्वीकार किया जाता है तथा उपयोगिता होने पर उसे डिजिटल जगत में शामिल भी किया जाता है।
टीयर्स ऑफ जॉय सभी इमोजी में सबसे ज्यादा फेमस है। इसमें हसते हसते आंख से आंसू निकलने को दर्शाया जाता है। वर्ल्ड इमोजी डे के दिन लोग इसे सेलिब्रेट करने के लिए अपने पसंदीदा इमोजी एक- दूसरे के साथ शेयर करते हैं। साथ ही कई जगह इमोजी थीम कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और इमोजी पर आधारित विभिन्न ऑनलाइन एक्टिविटीज में भी लोग हिस्सा लेते हैं।