भारतीय वायु सेना (IAF) द्वारा लड़े गए युद्ध – Wars fought by Indian Air Force

भारतीय वायु सेना (IAF) 1932 में अपनी स्थापना के बाद से कई युद्धों और संघर्षों में शामिल रही है। यहां कुछ उल्लेखनीय युद्ध और संघर्ष हैं जिनमें IAF ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 

द्वितीय विश्व युद्ध (1939-1945)

हालाँकि उस समय भारत ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के अधीन था, भारतीय वायु सेना ने द्वितीय विश्व युद्ध में सक्रिय रूप से भाग लिया। IAF स्क्वाड्रन उत्तरी अफ्रीका, मध्य पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया सहित विभिन्न थिएटरों में युद्ध में लगे हुए थे, हवाई सहायता और टोही प्रदान कर रहे थे।

भारत-पाक युद्ध

प्रथम भारत-पाक युद्ध (1947-1948)

कश्मीर क्षेत्र को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच पहले युद्ध में भारतीय वायुसेना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसमें मुख्य रूप से भारतीय जमीनी बलों के लिए हवाई सहायता और परिवहन प्रदान करने में वायुसेना शामिल थी।

दूसरा भारत-पाक युद्ध (1965)

1965 के युद्ध में, भारतीय वायुसेना ने पश्चिमी और पूर्वी दोनों मोर्चों पर व्यापक अभियान चलाया। इस युद्ध में भारतीय वायुसेना पाकिस्तानी विमानों के साथ हवाई लड़ाई में शामिल हुई और रणनीतिक बमबारी मिशनों को अंजाम दिया।

बांग्लादेश मुक्ति युद्ध (1971)

इस संघर्ष के दौरान, भारतीय वायुसेना ने बांग्लादेश को पाकिस्तानी सेना से मुक्त कराने के प्रयासों में भारतीय सेना और मुक्ति वाहिनी (बांग्लादेशी स्वतंत्रता सेनानियों) का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

कारगिल युद्ध (1999)

भारतीय वायुसेना ने सटीक हवाई हमले करके और जमीनी बलों को हवाई सहायता प्रदान करके कारगिल युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ऑपरेशन सफेद सागर का उद्देश्य कारगिल क्षेत्र से पाकिस्तानी घुसपैठियों को पीछे धकेलना था।

उग्रवाद विरोधी अभियान

भारतीय वायुसेना जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर क्षेत्रों सहित भारत के भीतर कई उग्रवाद विरोधी और आतंकवाद विरोधी अभियानों में शामिल रही है, जो हवाई गतिशीलता, टोही और निगरानी सहायता प्रदान करती है।

मानवीय और शांतिरक्षा मिशन

भारतीय वायुसेना घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न मानवीय और शांतिरक्षा मिशनों में भी शामिल रही है। इसमें प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत और बचाव अभियान और संयुक्त राष्ट्र के झंडे के तहत शांति मिशनों में सहायता प्रदान करना शामिल है।

हाल के संघर्ष

हालांकि पूर्ण पैमाने पर युद्ध नहीं हुए लेकिन भारतीय वायुसेना हाई अलर्ट पर रही है और बढ़े हुए तनाव के समय वायु सेना ने सीमित अभियान चलाया, जैसे कि - 2019 बालाकोट हवाई हमला, जो पुलवामा हमले के बाद हुआ था।

https://hindi.ultranewstv.com/diwas/bhartiya-vayu-sena-diwas-indian-air-force-day-8-october/