प्रत्येक वर्ष कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) मल्टी-टास्किंग स्टाफ यानी MTS परीक्षा का आयोजन करता है। इस परीक्षा के जरिये आयोग मल्टी-टास्किंग के विभिन्न पदों पर भर्ती करता है। इस वर्ष भी एमटीएस की परीक्षा आगामी 30 सितंबर से लेकर 4 नवंबर, 2024 तक आयोजित की जाएगी।
इस परीक्षा में शामिल होने जा रहे छात्रों के पास मात्र चौदह दिनों का ही समय शेष है। बचे हुए दिनों में पूरे सिलेबस को कवर करना थोड़ा कठिन हो सकता है। ऐसे में आपको एक स्पष्ट रोडमैप बनाने की जरूरत है। सफलता के सिद्ध तरीकों को अपनाकर आप महत्वपूर्ण और स्कोरिंग टॉपिक्स का रिवीजन करके परीक्षा में सफल हो सकते हैं।
अच्छी तैयारी का मतलब है, कड़ी मेहनत और समझदारी से पढ़ाई करना। इसलिए बचे हुए दिनों की पढ़ने की योजना के लिए संरचित दृष्टिकोण की आवश्यकता है। यह दृष्टिकोण सीमित समय के अंदर सभी चारों विषयों को कवर करते हुए आपकी तैयारी को सही दिशा देगा। इसके अलावा प्रत्येक विषय या टॉपिक के लिए विशिष्ट समय निर्धारित करें। इससे समय सीमा के भीतर उच्च वेटेज वाले महत्वपूर्ण विषयों को कवर करने में मदद मिलेगी।
सफलता के लिए निरंतरता बहुत जरूरी है। नियमित रूप से अध्ययन करते रहें और अपनी तैयारी के दौरान लंबे ब्रेक लेने से बचें। अपनी अध्ययन योजना पर टिके रहें और सुनिश्चित करें कि आप सभी विषयों को व्यवस्थित रूप से कवर कर रहे हैं। आपने जो सीखा है, उसे नियमित रूप से दोहराते रहें। अच्छा स्कोर हासिल करने के लिए प्रश्नों को हल करने की गति और एक्यूरेसी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए प्रश्नों को शॉर्टकट और ट्रिक्स के जरिये हल करने का अभ्यास करें। इससे आप कम समय में अधिक से अधिक प्रश्न हल कर सकेंगे।
इन बचे हुए दिनों के भीतर सभी विषयों की योजनावद्ध तरीके से तैयारी करें। गणित की तैयारी को रोजाना एक से दो घंटे दें, रीजनिंग के प्रश्नों को समझने के लिए एक घंटा, अंग्रेजी को दो घंटे, जिसमें एक घंटा व्याकरण और एक घंटा शब्दावली की तैयारी को दें। सामान्य अध्ययन को दो से तीन घंटे प्रतिदिन पढ़ें। इसमें एक घंटा करंट अफेअर्स, एक घंटा स्टैटिक जीके और एक घंटा किसी अन्य विषय जैसे इतिहास, भूगोल, नागरिक शास्त्र या अर्थशास्त्र आदि को दे सकते हैं।
मॉक टेस्ट से आप परीक्षा में अपेक्षित नवीनतम प्रश्नों का अनुमान लगाने में सक्षम हो पाते हैं। साथ ही, अपने कमजोर पक्षों और विषयों की पहचान करने में भी मदद मिलती है। मॉक टेस्ट में हुई गलतियों पर रोजाना काम करें, ताकि परीक्षा के दिन वही गलतियां दोहराने से बच सकें। पिछले वर्ष के प्रश्न-पत्रों को हल करके आप यह जान पाएंगे कि किस विषय की तैयारी में अभी भी मेहनत करने की जरूरत है। साथ ही, इससे परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों को कठिनाई के स्तर का अनुभव और अपनी गति में सुधार करने में मदद मिल सकती है।