जानिए भारत में बसे मिनी तिब्बत के बारे में

इन गर्मियों में यदि आप फैमिली या फ्रेंड्स ट्रिप प्लान कर रहे हैं तो हम आपके लिये हमारा ये पोस्ट बहुत सहायक होगा। जीवन की भागदौड़ से दूर हम सभी कुछ पल सुकून के बिताना चाहते हैं। मौका मिलते ही लोग शहर की भीड़-भाड़ से दूर पहाड़ों पर जाने का प्लान बनाने लगते हैं यदि आप भी इन गर्मियों में शिमला मसूरी से हट कर किसी दूसरे हिलस्टेशन जाने की तमन्ना रखते हैं तो हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला से 5 किलोमीटर दूर मेक्लोडगंज का ट्रिप कर सकते हैं।

मुख्य आकर्षण
मनोहर पहाड़ियों और नज़ारों के बीच बसी यह जगह, विश्व प्रसिद्ध तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा के घर के रूप में प्रसिद्ध है। यह कहना गलत नहीं होगा कि विश्व भर में हिमाचल के इस स्थान की खूबसूरती पर्यटकों को बहुत लुभाती है। तिब्बती संसकृति से सजा यह स्थान आपको शोर गुल से दूर शांति और सुकून का अनुभव करवाता है।

भाग्सुनाग मन्दिर और वाटरफॉल : यह प्राचीन मन्दिर स्थानीय लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है। इसके आस पास दो पवित्र कुंड स्थापित हैं जहां स्नान करना बेहद अच्छा माना जाता है। मंदिर से कुछ दूरी के ट्रेक पर वॉटरफॉल है जिसे देखने सैकड़ों लोग आते हैं। झरने की खूबसूरती के चर्चे विदेशों तक हैं। इसलिये यहां आपको सैकड़ो विदेशी पर्यटक भी मिलेंगे। वॉटरफॉल के आस पास छोटे छोटे ढ़ाबे भी हैं जहां बैठ कर आप चाय मैगी का आनंद उठा सकते हैं।

नाम्ग्याल मठ (namgyal monastery) :
यह मठ 14वें दलाई लामा के मठ के रूप में प्रसिद्ध है। यहां पहुंच कर आपको एक अलग अनुभूति होगी। लगातार चल रहे मन्त्र उच्चारण और ध्यान लगाए बैठे लामा आपको तिब्बत में होने के एहसास दिलाएंगे। बौध धर्म की दृष्टि से यह स्थान बहुत पवित्र माना जाता है।

दलाई लामा का मन्दिर : यह स्थान 14वें दलाई लामा का आवास है। यहां आपको एक तिब्बती संग्रहालय और स्मारिका भण्डार मिलेगा। मंदिर में सोने का पानी चढ़ी हुई बुद्ध की बड़ी सी प्रतिमा है।

डल लेक : भागसुनाग मन्दिर के पास ही स्थित यह झील हिमाचल की लोकप्रिय झीलों में से एक है। सितंबर माह में इस झील के किनारे एक मेला लगा करता है। यह मेला भगवान शिव की उपस्थिति को चिन्हित करने के लिये आयोजित किया जाता है। यहां आप बोटिंग और अन्य एक्टिविटी का भी मज़ा ले सकते हैं।