Health Benefits of Soaked Mangoes
अक्सर घरों में आम खाने से पहले उन्हें भिगोकर रखने का चलन है। आपने घर के बड़े बुज़ुर्गों को भी ऐसा करते हुए देखा होगा या उनसे ये बात ज़रूर सुनी होगी। हो सकता है बचपन में आपने भी उनके साथ मिलकर ऐसा किया हो। लेकिन क्या आपने कभी इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश की ? क्या वाकई आम खाने से पहले उसे घंटों पानी में भिगोकर रखना ज़रूरी है या सिर्फ आम को फ्रिज में रखने से भी काम चल सकता है ? आइए फलों के राजा आम से जुड़े इस मिथक के पीछे की सच्चाई जानने की कोशिश करते हैं।
आम फलों का ही नहीं बल्कि पोषक तत्वों का भी राजा है। आम में एंटी ऑक्सीडेंट्स और फाइबर की मात्रा काफी अच्छी खासी होती है। शरीर की ऊर्जा बढ़ाने के लिए आम का सेवन करना लाभकारी माना गया है। आम में भरपूर मात्रा में विटामिन ऐ और विटामिन सी मौजूद होता है। ये दोनों विटामिन्स आपके बालों और त्वचा के लिए वरदान साबित हो सकते हैं।
आज के समय में हर व्यक्ति के पास समय का अभाव है, जिसकी वजह से आम खरीदने के बाद सीधे उन्हें धो कर खाने पर ही ध्यान दिया जाता है। आम खरीदने के बाद अधिकतर लोग उन्हें फ्रिज में स्टोर कर लेते हैं, जिससे वो खराब ना हो सके। ऐसे में आपके लिए इस बात को जान लेना बहुत ज़रूरी हो जाता है कि आम के पोषक तत्वों का फायदा उठाने के लिए खरीदने के बाद उन्हें कैसे खाना चाहिए। अगर आप आम में मौजूद पोषण का भरपूर फायदा उठाना चाहते हैं तो आपको आम के फल को पानी में कई घंटों तक भीगोने के बाद ही खाना चाहिए।
आम में फाइटिक एसिड पाया जाता है जो शरीर में गर्मी पैदा करने का काम करता है। ऐसे में आम को कुछ घंटों तक पानी में भिगोकर रखना फायदेमंद साबित हो सकता है। ऐसा करने से आम में मौजूद अतिरिक्त फाइटिक एसिड को हटाने में मदद मिलती है।
आम में ढेर सारे फाइटोकेमिकल्स मौजूद होते हैं। आम में बायोएक्टिव कंपाउंड और फाइटोकेमिकल वसा से जुड़े जीन को दबा देते हैं। ऐसा होने की वजह से शरीर में अतिरिक्त चर्बी नहीं चढ़ती। ऐसा होने से शरीर का वज़न भी नहीं बढ़ता।
आम खरीदकर लाने पर आपने अक्सर देखा होगा कि आम पर धूल मिट्टी की परत जम जाती है। साथ ही आम की खेती करते समय उन पर कई तरह के रसायनों का छिड़काव भी किया जाता है। आम को 3 से 4 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रखने से आम के छिलके पर मौजूद धूल मिट्टी हट जाती हैं। साथ ही आम पर छिड़के गए रसायन का असर भी काफी कम हो जाता है।
डिस्क्लेमर - यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इस क्षेत्र के विशेषज्ञ से सलाह लेना ही उचित है। ultranewstv इस जानकारी की पुष्टि नहीं करता और ना ही इसकी ज़िम्मेदारी लेता है।