मौसम एक बार फिर से बदलने लगा है और इस बदलते मौसम में लोगों को वायरल बुखार, सर्दी, खांसी और जुकाम जैसी समस्याएं होने लगी हैं। मानसून के आगमन और प्रस्थान के दौरान ऐसी चीजें हमेशा देखने को मिलती हैं। ऐसे में किसी का भी बीमार होना लाजमी है। जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है उन्हें हमेशा ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ता है।
कई बार छोटी-छोटी समस्याओं के लिए भी डॉक्टर के पास जाना पड़ता है और महंगी दवाएं खानी पड़ती हैं, लेकिन हर बार दवा लेना सही नहीं है। अगर हम अपने किचन में मौजूद मसालों से शरीर की छोटी-छोटी समस्याओं का समाधान ढूंढ सकें तो कैसा रहेगा?
अगर आपको गले में दर्द के साथ-साथ बहुत ज्यादा खांसी हो रही है तो अदरक और शहद का इस्तेमाल गले को राहत पहुंचाने के लिए किया जा सकता है। 1 चम्मच सोंठ (सूखा अदरक पाउडर) और एक चम्मच शहद मिलाकर दिन में तीन बार खाएं। ध्यान रखें कि इसे खाना खाने से आधा घंटा पहले खाएं। अगर आप इसे बच्चों को खिलाना चाहते हैं तो 1/4 चम्मच से ज्यादा न खिलाएं। इससे ज्यादा खुराक उन्हें देना सही नहीं होगा।
इसके लिए 1 चम्मच हल्दी में एक चुटकी काली मिर्च पाउडर और शहद मिलाएं और भोजन के बाद दिन में दो बार लें। इससे गले में आराम मिलता है और अगर टॉन्सिल की समस्या है तो वह भी ठीक हो जाती है। अगर बच्चों को दे रहे हैं तो आधा चम्मच ही दें।
तुलसी की चाय, मेथी की चाय, अदरक और पुदीने की चाय, मुलेठी की चाय आदि। इनकी मदद से आपके गले का दर्द भी कम होगा और खांसी आदि की समस्या भी कम होगी।
सर्दी, खांसी और कफ जैसी समस्याओं से बचने के लिए आप मुलेठी का इस्तेमाल कर सकते हैं। 1 चम्मच मुलेठी में 1 चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार भोजन के 40 मिनट बाद खाएं। अगर बच्चों को दे रहे हैं तो उन्हें आधी खुराक ही दें। हां, इस बात का ध्यान रखें कि अगर आपको हाइपरटेंशन की समस्या है तो मुलेठी का सेवन करना सही नहीं रहेगा।
इसके अलावा आप दिन में दो बार पुदीना, अजवायन, मेथी और हल्दी के पानी से भाप ले सकते हैं। इसके साथ ही आप दिन में कई बार गुनगुना पानी भी पी सकते हैं।
अपने आहार में कोई भी बदलाव करने से पहले चिकित्सकीय सलाह लेना जरूरी है। जरूरी नहीं कि हर तरह का नुस्खा हर किसी को सूट करे, इसलिए अपने शरीर के अनुसार ही कोई भी नुस्खा आजमाएं।