पीरियड्स के दौरान भारी पड़ सकती है ये 5 गलतियाँ, सेहत पर पड़ता है बुरा प्रभाव

जानकारी के अभाव में अक्सर महिलाएं पीरियड्स के दौरान कुछ ऐसी गलतियाँ कर देती हैं जिनका खामियाज़ा उनकी सेहत को भुगतना पड़ता है। इन पाँच गलतियों से आपको भी सावधान रहना चाहिए। 

महिलाएं हर महीने मासिक धर्म की प्राकृतिक प्रक्रिया से गुज़रती हैं। इस दौरान महिलाएं ब्लीडिंग के साथ ही और भी समस्याओं का सामना करती हैं जिनमें सिरदर्द, बदनदर्द, अनिद्रा, मूड स्विंग जैसी समस्याएं शामिल हैं। इन समस्याओं के कारण उनकी दिनचर्या में अनियमितता का भी समावेश हो जाता है। इस कष्टकारी समय के दौरान महिलाएं कुछ ऐसी गलतियाँ  कर बैठती हैं जो आगे चलकर उनके लिए सेहत संबंधित परेशानियों का सबब बनती हैं। आइए जानते हैं आखिर कौन सी हैं वो पाँच गलतियाँ। 

ब्लीच कॉटन पैड या टैंपॉन का इस्तेमाल 

पीरियड्स के दौरान होने वाली ब्लीडिंग के लिए महिलाएं ब्लीच कॉटन पैड्स या टैंपॉन का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन इन्हे बनाने के दौरान फर्टिलाइजर्स और अन्य तरह के केमिकल्स का प्रयोग किया जाता है जिससे महिलाओं की फर्टिलिटी को नुकसान पहुंच सकता है। इनके अलावा ऑर्गेनिक कॉटन से बने पैड और टैंपॉन का उपयोग किया जाना चाहिए। 

पेंकिलर टेबलेट्स 

पीरियड्स आने पर महिलाएं असहनीय दर्द से गुजरती हैं। इस पीड़ा को सहन ना कर पाने के कारण कुछ महिलाएं दर्द निवारक दवाएं लेती हैं। लेकिन ऐसा करना उचित नहीं है। अमेरिका की ‘नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन’ की माने तो इस दौरान ली जाने वाली दवाएं इतनी घातक हो सकती हैं कि इनसे दिल का दौरा भी पड़ सकता है। साथ ही इन दवाओं से किडनी, आंतों एवम दिल से जुड़ी समस्याओं से भी जूझना पड़ सकता है। 

पैड ना बदलना 

पीरियड्स के दौरान महिलाओं को 4 से 8 घंटे के अंतराल पर पैड्स या टैंपॉन को बदल लेना चाहिए। जो महिलाएं मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करती हैं उन्हें इसे 12 घंटे बाद बदल लेना चाहिए। ऐसा ना करने पर ‘टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम’ हो सकता है। साथ ही दूसरी तरह के बैक्टिरियल इंफेक्शंस भी हो सकते हैं। 

अधिक कॉफी पीना 

पीरियड्स होने के दौरान महिलाओं को नींद ना आने की समस्या का सामना भी करना पड़ता है। ऐसा सिर दर्द और थकान के कारण भी हो सकता है। इससे निजात पाने के लिए महिलाएं कॉफी का सहारा लेती हैं। जबकि ऐसा करना गलत है। कॉफी में केफिन नामक तत्व मौजूद होता है जो शरीर को डिहाईड्रेट करता है जिससे स्थिति और खराब हो सकती है। 

बार–बार सफाई करना 

पीरियड्स होने पर किसी भी तरह के संक्रमण से बचने के लिए साफ सफाई का खूब ध्यान रखना चाहिए। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है की आप बार–बार पानी से वजाईना की सफाई करते रहें। इससे भी संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। सफाई के लिए बाज़ार में मौजूद उत्पादों और साबुन का प्रयोग ना करें। 

अस्वीकरणीय – यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। अधिक समस्या होने पर आपको इस क्षेत्र के विशेषज्ञ या चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। Ultranewstv इस जानकारी की पुष्टि नही करता और ना ही इसकी ज़िम्मेदारी लेता है।