आधुनिक युग में बच्चों की परवरिश के सफलतम बिंदु

आज के वैज्ञानिक युग में बच्चों की उचित परवरिश एवं उन्हें एक सफल इंसान बनाने में सर्वप्रथम माता-पिता और
उसके पश्चात विद्यालय के अध्यापकों का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान होता है। अब इस महत्वपूर्ण कार्य को सफल
बनाने का किसी के पास भी कोई एक फार्मूला नहीं है।
सभी बच्चे एक नन्हे पौधे के समान होते हैं और प्रत्येक पौधे को एक निश्चित मात्रा में खाद-पानी नहीं दिया जा
सकता है, क्योंकि हर बच्चा अपनी-अपनी कुछ जन्मजात रुचियाँ लेकर आता है, और फिर घर में अलग-अलग
वातावरण में फलता-फूलता है, ऐसे में प्रत्येक माता-पिता से लेकर विद्यालय के अध्यापक तक को उस नन्हे पौधे
रूपी बच्चे को आगे बढ़ने में एवं उससे एक सफल इंसान बनाने में उसकी रुचि और रुझान को गहराई से देख-
समझ कर उसमें खाद-पानी रूपी उचित शिक्षा को प्रवेश कराना एक महत्वपूर्ण चुनौती बन गया है।
अब ऐसे कठिन समय में बच्चे पर विशेष ध्यान देने योग्य कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार करना अत्यंत आवश्यक
है-
1- बच्चे के जन्म लेते ही उसकी प्रत्येक गतिविधि पर विशेष ध्यान दें ।
2-आरंभ से ही बच्चे के साथ अधिक से अधिक समय बिताने का प्रयास करें । यदि संभव ना भी हो तो उससे यह
अनुभव तो अवश्य ही कराएं कि उनका अधिकतम समय उस बच्चे के लिए ही है।
3- बच्चे की बातों को शांत रहकर सुनने और समझने में समय दें। उसकी रुचियों को विशेष रूप से सुनने का प्रयास
करें, ना कि अपनी बातों से उस बच्चे को अवगत कराते हुए अपनी रुचियां उस पर थोप दें।
4- यदि आप बच्चे की बात से सहमत नहीं भी हैं फिर भी उसकी प्रत्येक बात को सम्मान देते हुए उसके कथन को
उस समय अवश्य स्वीकार करें , और कुछ समय पश्चात अपने विचार व्यक्त करें।

इस विषय पर और भी कई अन्य बिंदुओं पर विचार व्यक्त किया जा सकता है।