शरीर की हाईजीन का ख्याल रखने के साथ-साथ माउथ हाईजीन का ख्याल रखना भी उतना ही ज़रूरी है। हम जो कुछ भी खाते हैं वह मुँह के ज़रिए ही हमारे पेट तक पहुंचता है। ऐसे में मुँह की सफाई का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है। हमारे मुँह में हमारे दांत खाने को चबाने का ज़रूरी काम करते है। जब दांतों में खाना फंसा रह जाता है तो दांत सड़ना शुरु हो जाते हैं जिससे मुँह से दुर्गंध भी आने लगती है।
दांतों में सड़न होने को आम भाषा में दांतों में कीड़े लगना भी कहा जाता है। आमतौर पर पीछे वाले दांतों से सड़न की शुरुआत होती है जिससे दांत अंदर ही अंदर खोखले होने शरू हो जाते हैं। इसके बाद दांतों में तेज़ दर्द होने लगता है और दांतों को निकलवाना भी पड़ सकता है। आपको ज़्यादा दिक्कत का सामना ना करना पड़े इसके लिए आप ये हेल्थ टिप्स फॉलो कर सकते हैं।
लॉन्ग का तेल
लॉन्ग का तेल एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल होता है। इन गुणों की वजह से लॉन्ग दांतों को सड़ने से रोकता है। यदि आप दिन में 2 से 3 बार लॉन्ग का तेल दांतों पर लगाते है तो आपको कैविटी से निजात मिल सकता है। इसके लिए आपको रूई के टुकड़े पर कुछ बूँदें लॉन्ग का तेल डालना है और उसे कैविटी वाले दांत पर सीधा लगाना है। इससे आपको काफी राहत मिकेगी।
अमरूद के पत्ते
अमरूद के पत्ते एंटीमाइक्रोबीयल गुण से युक्त होते हैं। इसलिए यह माउथ कैविटी को दूर करने में कारगर साबित होते हैं।आप इन पत्तों का उपयोग माउथ वाश की तरह भी कर सकते हैं। इन पत्तों से माउथ वाश बनाने के लिए आपको अमरूद के पत्तों को छोटे टुकड़ों में तोड़ना है और फिर इन्हे पाने में उबालना है। इस पानी के ठंडा होंने पर आप इसके कुल्ले भी कर सकते हैं।
लहसुन
लहसुन में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाएं जाते हैं। लहसुन का सेवन कई बीमारियों में औषधी का काम करता है। दांतों में कैविटी होने पर आप लहसुन को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर उस दांत पर लगा सकते हैं जो दांत सड़ना शुरु हो गया है। इसके अलावा सुबह खाली पेट लहसुन का सेवन करने पर आपको कई बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है।
अंडे का छिलका
यदि आप अंडे खाते है तो आप अण्डों को इस्तेमाल कर किए जाने वाले इस नुस्खे को भी अपना सकते हैं। इसके लिए आपको अंडे के छिलके को धो कर सुखाना है। सूखने के बाद आपको इसे पीस कर पाउडर बना लेना है। अब आपको इस पाउडर में बेकिंग सोडा मिलाना है। इस मिश्रण के तैयार होने पर आपको इसे अपने दांतों पर घिस कर लगाना है और कुछ समय बाद इसे धो लेना है।
अस्वीकरणीय - यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। अधिक समस्या होने पर इस क्षेत्र के विशेषज्ञ एवं चिकित्सक से परामर्श लेना ही उचित है। ultranewstv इसकी पुष्टि नहीं करता और ना ही इसकी ज़िम्मेदारी लेता है।