अपनी पेशेवर छवि को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आप अपने काम में बेहतर प्रदर्शन करें। ऑफिस में हर दिन एक जैसा नहीं होता। कभी आपके पास काम कम होता है तो कभी काम का बोझ बहुत ज्यादा होता है। जब भी आपके सामने कोई नया प्रोजेक्ट आता है तो कई दिनों तक ऑफिस के काम को मैनेज करना काफी मुश्किल हो जाता है। दफ्तर के भारी काम के बोझ के कारण आप मानसिक रूप से भी कुछ परेशान रह सकते हैं। हालांकि, अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। दरअसल, अगर आप समझदारी से चलेंगे तो दफ्तर का भारी काम का बोझ भी आपको परेशान नहीं करेगा।
हर ऑफिस में हमेशा एक साथ कई प्रोजेक्ट्स पर काम चलता रहता है। ऐसे में अगर आप भी किसी प्रोजेक्ट से जुड़े हैं तो सबसे पहले आप उनकी प्राथमिकता तय कर लें। उदाहरण के तौर, पर अगर इस हफ्ते में कोई प्रोजेक्ट लॉन्च करना है या उसका प्रेजेंटेशन क्लाइंट को दिखाना है तो पहले उस प्रोजेक्ट पर काम करें। धीरे-धीरे आप दूसरे प्रोजेक्ट्स पर भी कुछ काम कर सकते हैं।
कई बार ऐसा होता है कि जब हमें कोई प्रोजेक्ट मिलता है तो हम उसे खुद ही पूरा करने लगते हैं। इससे आप पर काम का बोझ काफी अधिक हो जाता है। इतना ही नहीं, काम के प्रदर्शन पर भी इसका बुरा असर पड़ता है।
हालांकि, इस स्थिति से बचने का सबसे प्रभावी तरीका यह है कि पहले परियोजना को अलग-अलग हिस्सों में बाँट दिया जाए और फिर टीम के प्रत्येक सदस्य को विशिष्ट जिम्मेदारियां सौंपी जाएं। इससे काम बहुत जल्दी हो जाता है और आपको बेहतर परिणाम भी मिलते हैं।
जब हम ओवरलोडेड होते हैं तो ऐसे में हम अपने काम को समय पर खत्म करने के लिए बिल्कुल भी ब्रेक नहीं लेते हैं। लेकिन जब आप लगातार कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बैठे रहते हैं तो थोड़ी देर बाद आपका दिमाग अटक जाता है। इस कारण आप अपना काम ठीक से पूरा नहीं कर पाते। अपने काम को छोटे-छोटे कामों में बांटने की कोशिश करें और जब काम पूरा हो जाए तो थोड़ा ब्रेक लें। इससे आपके लिए बेहतर तरीके से काम करना संभव हो जाता है।
अगर आपको लग रहा है कि दफ्तर में आप पर काम का बोझ कुछ ज्यादा हो गया है और इसे किसी भी तरह से मैनेज करना आपके लिए मुश्किल हो रहा है। तो इस स्थिति में सबसे अच्छा तरीका है कि आप इसके लिए अपने बॉस से बात करें। उन्हें समझाने की कोशिश करें कि आप एक साथ कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं और काम के भारी बोझ के कारण आप चीजों को मैनेज नहीं कर पा रहे हैं। आप उनसे इस संबंध में सलाह भी ले सकते हैं और कोई बेहतर रास्ता निकाल सकते हैं।