मौसम ने अपना मिज़ाज एक बार फिर बदला है। पहाड़ों में भारी बारिश और बर्फबारी होने के कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में ठण्ड ने केहर बरपाया है तो वहीं दक्षिण के कई राज्यों में बारिश थमने का नाम नहीं ले रहे है।
मौसम के बदलते रुख को समझना विज्ञान के लिए भी थोड़ा मुश्किल है। हालाँकि प्रौद्योगिकी के विकास ने यह काफी हद तक संभव कर दिखाया है। मौसम कब करवट ले ले इसका अनुमान लगा पाना बेहद मुश्किल है। हाल फिलहाल के दिनों में भी मौसम ने अपने इस बदलते अंदाज़ से सभी को चौकाया है। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में सर्दी ने दस्तक देना शुरू कर दिया है। इन राज्यों की गिनती पहाड़ी इलाकों में होती है। ऐसे में इन राज्यों में मौसम का ट्रिपल अटैक जारी है। ठण्ड, बर्फबारी और बारिश होने के कारण यहाँ सुबह और शाम के तापमान में अच्छी खासी गिरावट देखने को मिल रही है। इस गिरावट के कारण वहाँ आम जन जीवन पर भी काफी प्रभाव पड़ा है।
आपको बता दें कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण ही पहाड़ी इलाकों के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने पहले ही एक पूर्वानुमान के तहत जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, हिमाचल प्रदेश में 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को भारी बारिश की संभावना जताई थी, जो सच साबित हो रही है।
आज इन इलाकों में हो सकती है बारिश
मानसून ने भारत देश को कब का अलविदा कह दिया है लेकिन इसके बाद भी दक्षिण और पूर्व के कई इलाकों में बदरा बरस रहें हैं। मौसम विभाग कई इलाकों में पहले ही बारिश की संभावना जता चुका है जिनमें आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, अंडमान, निकोबार, यनम, केरल और माहे समेत कई जगहों के नाम शामिल हैं। आगामी चार दिनों तक इन इलाकों में बारिश जारी रहने की संभावना है।
इस कारण से हो रही है बारिश
वर्तमान में इन इलाकों में होने वाली बारिश के पीछे सितरंगी चक्रवात को ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है। दरअसल बंगाल की खाड़ी और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के ऊपर उत्तर-पूर्वी हवाओं के आने की संभावना है। मौसम में इस तरह के बदलाव के कारण 29 अक्टूबर के आसपास दक्षिण पूर्वी प्रायद्वीपीय भारत में पूर्वोत्तर मानसून की बारिश होने के आसार बने हुए हैं।
आज इन तटीय इलाकों में झमाझम बरसेंगे बदरा
निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) ने बताया है कि आज अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बारिश होने के संभावना है। इसके साथ ही तमिलनाडु के तटीय इलाकों में भी बारिश होने के आसार बने हुए हैं। आतंरिक तमिलनाडु और और दक्षिण केरल में भी वर्षा की संभावना है।
क्या हैं दिल्ली के हाल ?
दिल्ली और दिल्ली एनसीआर कि बात की जाए तो यहाँ उत्तर पश्चिम से आने वाली शुष्क हवाएं जारी रहेंगी। इसके कारण प्रदूषकों का संवितरण प्रभावित होगा। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर खराब श्रेणी में रहेगा।