कानपुर के एक गांव में जहां 40 दामाद रहते हैं. उसका गांव का नाम है दमादमपुरवा दरअसल गांव का यह नाम
दमादो की ही वजह से रखा गया है. दामोदरपुरवा गांव में 500 के करीब आबादी है. दरअसल यह गांव कैसे बसा
और इसका नाम दामादपुरवा केसे रखा गया आइए जानते हैं आगे की जानकारी में.
उत्तर प्रदेश के कानपुर के एक जिले में बसा हुआ गांव जिसे दामनपुरवा के नाम से पहचाना जाता है. इस गांव का
नाम इसलिए पड़ा क्योंकि यहां मैं अधिकतर मात्रे में दामाद बसे हुए हैं. कानपुर जिले के अकबरपुर तहसील क्षेत्र में
बसा हुआ दमादम पुरवा गांव जो करीब मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर है. गांव के लोगों के अनुसार
बताया गया कि इस गांव में अधिकतर घर दामाद ओके हैं इसलिए इस गांव का नाम दामाद पुरवा रखा गया. इस
गांव में करीब 70 घर है जिसमें से 40 घरों में दामाद रहते हैं या वह घर दामाद के घर है.
इस गांव में कई आस पड़ोस के गांव वाले दा माधव ने अपना घर बना कर रहना शुरू किया. जिसके बाद आसपास
के लोगों ने इस गांव का नाम ही दामादनपुरवा रख दिया था. बुजुर्ग लोगों का कहना है कि साल 1970 में
सरियापुर गांव की राजधानी का ब्याह जगम्मनपुर गांव के सांवरे कठेरिया से हुआ था. जैसे ही लोगों ने दरियापुर
गांव में बेटियों की शादी की जिसके बाद वहां के दामाद उसी गांव में रहने लगे. जिसके बाद 2004 में वहां के
लोगों ने गांव का नाम बदलकर दमादम पुरवा नाम रख दिया.