आखिर क्यों किया जा रहा है कैडबरी डेरी मिल्क को बॉयकॉट ?

कैडबरी डेरी मिल्क के एक विज्ञापन के कारण तेज़ हुआ कैडबरी का विरोध। विज्ञापन में नरेंद्र मोदी के पिता के नाम का किया गया प्रयोग। भाजपा नेता डॉ प्राची साध्वी ने कहा पीएम के पिता का नाम खराब किया जा रहा है।
अभी कुछ दिन पहले ही दिवाली और भैया दूज के त्यौहार धूम धाम से मनाए गए। त्यौहारों के इस सीज़न में आपने अक्सर कैडबरी सेलिब्रेशन के गिफ्ट पैक को त्यौहार की इन खुशियों में मिठास घोलते तो देखा ही होगा। अक्सर त्यौहारों पर खुद ब खुद ही जुबां पर चॉक्लेट का मीठा जादू छा जाता है। लेकिन इस बार खुद कैडबरी के लिए अपने चॉकलेट की मिठास कुछ फीकी पड़ गई। इसके पीछे का कारण है इस कंपनी का विज्ञापन। इस विज्ञापन के कारण ही कंपनी को लोगों की तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
विचित्र है ये मामला
आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि यह कोई पहला अवसर नहीं है जब कैडबरी को लोगों की तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले भी कैडबरी लोगों की करारी आलोचना का सामना कर चुका है। इस बार कैडबरी का विरोध कंपनी के विज्ञापन के कारण हुआ है। दरअसल कंपनी ने दिवाली पर अपनी सेल में इज़ाफ़ा करने के लिए एक एड बनाया था। लेकिन इस विज्ञापन से कंपनी की सेल बढ़ने के बजाए घटती नज़र आ रही है। असल में कैडबरी के इस विज्ञापन में दामोदर नाम के व्यक्ति को दीपक बेचते हुए दिखाया गया है। देश के प्रधानमंत्री के पिता का नाम भी दामोदर दास है। इस बात के कारण ही लोगों में गुस्सा है।
ट्विटर पर ट्रेंडिंग रहा यह हैशटैग
भाजपा नेता डॉ प्राची साध्वी द्वारा इसे ट्विटर पर ट्वीट किया गया था, जिसके बाद से यह मामला वायरल होने लगा। वहीं इस पर डॉ प्राची साध्वी ने कहा है कि यह पीएम के पिता के नाम को खराब करने की एक साज़िश है। पीएम के पिता का नाम और इस विज्ञापन में दिये बेचने वाले शख्स के नाम में समानता होने के कारण ही ट्विटर पर हैशटैग बॉयकॉट कैडबरी खूब ट्रेंड कर रहा है।
ऐसी रही लोगों की प्रतिक्रिया
इस मामले पर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आईं हैं। कुछ लोगों का कहना है कि कैडबरी अपने प्रोडक्ट्स में हलाल सर्टिफाइड जिलेटिन का इस्तेमाल करता है। इसे बीफ से निकाला जाता है। ट्विटर पर हैशटैग बॉयकॉट कैडबरी का ट्रेंड करना कंपनी के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।