पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सुरक्षा और कूटनीतिक स्तर पर अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) इस हमले की गहन जांच में जुट गई है। सबूत इकट्ठा करने और संदिग्धों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए NIA की एक विशेष टीम अनंतनाग में डेरा डाल चुकी है।
इस बीच, भारतीय सेना ने पाकिस्तान की ओर से लगातार उकसावे वाली कार्रवाई की जानकारी दी है। सेना के अनुसार, 1 और 2 मई, 2025 की रात को पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) के पार कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ, नौशेरा और अखनूर क्षेत्रों में बिना किसी कारण के छोटे हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी की।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर, अमेरिका ने इस संकट की घड़ी में भारत को अपना पूर्ण समर्थन जताया है। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की है। इससे पहले, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से फोन पर बातचीत कर पहलगाम आतंकी हमले की जानकारी दी थी। हालांकि, अमेरिकी प्रशासन ने भारत से LoC पर पाकिस्तान के साथ तनाव को कम करने का भी आग्रह किया है। बुधवार देर रात, भारत ने एक बड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तान के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने आवास पर उच्च-स्तरीय बैठकों का एक गहन सिलसिला चलाया। इन महत्वपूर्ण बैठकों में गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल और थल सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी समेत सेना और सरकार के कई शीर्ष अधिकारी शामिल रहे।
दूसरी ओर, सुरक्षा बल पहलगाम आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाशी अभियान चला रहे हैं। घाटी के विभिन्न हिस्सों में लगातार छापेमारी की जा रही है। हाल के दिनों में, आतंकवादियों से जुड़े कई घरों को या तो विस्फोट से उड़ा दिया गया है या बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया है। सुरक्षा बलों ने विशेष रूप से आतंकी हाशिम मूसा की तलाश तेज कर दी है, जिस पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 20 लाख रुपये का भारी इनाम घोषित किया है।∎