बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफे के बाद भारत को लेकर वहां के नेताओं के सुर बदले हुए नजर आ रहे है। बांग्लादेश में दूसरी बार सबसे प्रभाव वाली बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के वरिष्ठ नेता आमिर खासरु महमूद चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी भारत के साथ मजबूत रिश्ते चाहती है। उन्होंने भारत के अनुरोध किया है कि वह बांग्लादेश की बेहतरी के लिए उस पर ध्यान दें। इसी प्रकार से कट्टरपंथी पार्टी जमात ए इस्लामी के प्रमुख डा शफीकुर रहमान ने भी भारत के साथ संबधों को मजबूत किये जाने की आवश्यकता पर ध्यान देने की बात कही है।
जमात-ए-इस्लामी प्रमुख रहमान ने कहा, हम पड़ोसी देश हैं और पड़ोसी बदले नहीं जा सकते हैं। इसलिए भारत के साथ हमारे संबंध महत्वपूर्ण हैं और उन्हें और मजबूत किया जाना चाहिए।
अपनी पार्टी से प्रतिबंध हटने के एक दिन बाद एक अखबार से साक्षात्कार में डा. रहमान ने कहा, जमात के भारत के साथ ऐतिहासिक संबंध रहे है। लेकिन शेख हसीना के साढे पंद्रह वर्षों के शासन में ये संबंध ठंडे पड़ गए थे लेकिन हम एक बार फेर से उन संबंधों को बढ़ाना चाहते हैं। एक प्रश्न के उत्तर में डा. रहमान ने कहा, जमात भारत या किसी अन्य देश की आलोचना करने में विश्वास नहीं रखती है। जमात शांति और लोकतंत्र में विश्वास रखती है। उसका हिंसा में कतई विश्वास नहीं है। अगर जमात का कोई सदस्य हंसा या आतंक की गतिविधि में शामिल पाया जाता है तो हम देश से उसके लिए माफी मांगेगे और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का समर्थन करेंगे।
बांग्लादेश में जारी अस्थिरता के कारण बिजली की आपूर्ति भी प्रभावित है और फ्रेंडशिप पाइपलाइन से डीजल आपूर्ति करने का काम भी स्थगित है। दोनों देशों की सीमाओं पर होने वाले द्विपक्षीय कारोबार का पहिया थमा हुआ है। एक दूसरे देशों के कारोबारियों को आने-जाने को लेकर भी कई समस्याएं खड़ी हो रही हैं। अब स्थिति तभी सामान्य होगी जब वहां हालात स्थिर होंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणदीप जायसवाल ने बताया कि वहां हमारी जो भी विकास परियोजना चल रही थी, वह स्थगित हो गई है। इनमें काम करने वाले लोग वापस आ गए हैं। दूसरे भी कई कारण रहे हैं। एक बार जब स्थिति बेहतर होगी और कानून-व्यवस्था बहाल होगी तो देखेंगे। वहां की सरकार से बात करेंगे कि विकास परियोजनाओं को कैसे आगे बढ़ाया जाये।
बिछाई गई पाइपलाइन (फ्रेंडशिप पाइपलाइन) से डीजल की आपूर्ति व बिजली की आपूर्ति भी बाधित है तो जायसवाल ने कहा कि हां हर तरह की परियोजना प्रभावित है। कानून-व्यवस्था बिगड़ने से सब पर असर आया है।
बांग्लादेश में 137.1 किलोमीटर लंबी फ्रेंडशिप पाइपलाइन पूरी तरह से भारत की वित्तीय मदद से बिछाई गई है। इसके जरिये सालाना 10 लाख टन डीजल बांग्लादेश को देने की क्षमता है। इसकी सफलता से उत्साहित दोनों देशों ने अब पेट्रोल सप्लाई के लिए भी पाइपलाइन बिछाने का फैसला किया था। इसके साथ ही बांग्लादेश को भारत से सलाना 2,700 मेगावाट बिजली की भी आपूर्ति करने की व्यवस्था है। इस बिजली के लिए एक अरब डालर का भुगतान भी अभी बांग्लादेश से नहीं हुआ है।