जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर शिकंजा कसना और तेज कर दिया है। कूटनीतिक स्तर पर कड़े कदम उठाते हुए भारत ने पहले सिंधु जल समझौते को निलंबित किया और फिर अटारी चेकपोस्ट को बंद कर सभी पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया।
अब, भारत ने पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका देते हुए पाकिस्तानी ध्वज वाले जहाजों के देश में प्रवेश पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, पाकिस्तानी झंडे वाले किसी भी जहाज को अब भारतीय बंदरगाहों पर आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके साथ ही, भारतीय जहाजों को भी पाकिस्तान के बंदरगाहों पर डॉक करने से प्रतिबंधित कर दिया गया है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह कदम भारतीय संपत्तियों, कार्गो और संबंधित बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भारतीय शिपिंग के हितों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है और अगली सूचना तक जारी रहेगा।
इससे पहले, भारत ने पाकिस्तान के साथ होने वाले सभी प्रकार के आयात पर भी रोक लगा दी थी। वाणिज्य मंत्रालय की एक अधिसूचना के अनुसार, पाकिस्तान से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आने वाले या निर्यात किए जाने वाले सभी सामानों का आयात या पारगमन, चाहे वे स्वतंत्र रूप से आयात योग्य हों या अन्यथा अनुमति प्राप्त हों, अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
इसके अतिरिक्त, भारत सरकार ने एक और महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए पाकिस्तान से आने वाली सभी प्रकार की डाक और पार्सल सेवाओं को भी निलंबित कर दिया है। डाक विभाग के अनुसार, हवाई या जमीनी मार्ग से आने वाले किसी भी श्रेणी के मेल और पार्सल के आदान-प्रदान पर तत्काल रोक लगा दी गई है।
पहलगाम हमले के बाद भारत के इस सख्त रुख से पाकिस्तान में गहरा डर व्याप्त है। पाकिस्तान को आशंका है कि भारत किसी भी समय सैन्य कार्रवाई कर सकता है। भारत सरकार के इन सिलसिलेवार फैसलों से पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था की कमर टूटने की संभावना है, क्योंकि व्यापार और परिवहन के रास्ते बंद होने से उसे भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।∎