बॉलीवुड में एंट्री मारना जितना मुश्किल है उससे कई ज़्यादा मुश्किल है फिल्म इंडस्ट्री में अपने कदम जमाए रखना। आपने कई सितारों को बॉलीवुड में एंट्री करने के बाद फेम ना मिल पाने के कारण बड़े परदे से नो दो ग्यारह होते देखा होगा। इन नामों में जैकी बगनानी, इमरान खान, अभिषेक बच्चन, अमीषा पटेल, नर्गीज़ फाखरी जैसे अभिनेता और अभिनेत्रियों के नाम शामिल है। लेकिन क्या इस कड़ी में परिणीति चोपड़ा का नाम भी शामिल होने जा रहा है? आइए जानते हैं कैसे।
परिणीति चोपड़ा के शुरुआती करियर की बात की जाए तो अपनी रसूखदार बहन प्रियंका चोपड़ा के मार्गदर्शन में उनके करियर ने कुछ रफ़्तार पकड़ी थी लेकिन अब प्रियंका के अपने ससुराल जाने पर परिणीति चोपड़ा का फ़िल्मी करियर डूबता नज़र आ रहा है। उनके करियर की डूबती नैया को देखकर ऐसा लगता है मानो उनके सितारे अभी गर्दिश में हैं।
बड़े प्रोडक्शन हाउस से अपने करियर की शरुआत करने वाली परिणीति चोपड़ा की फिल्म 'कोड नेम : तिरंगा' बीते शुक्रवार को रिलीज़ हुई। यह फिल्म एक जासूस की कहानी पर आधारित है जिसे ऋभु दासगुप्ता द्वारा लिखा गया है। उन्ही के द्वारा इसका निर्देशन भी किया गया है। इस फिल्म के नतीजों ने बॉलीवुड को चौका कर रख दिया है। कोरोना काल से पहले नायिका प्रधान फिल्मों की लोकप्रियता बहुत अधिक थी लेकिन कोरोना काल के बाद से इन फिल्मों का ग्राफ काफी नीचे लुढ़क गया है। इस बात की पुष्टि बीते शुक्रवार को सामने आए फिल्म के नतीजों ने कर दी। इस दिन फिल्म का कलेक्शन बेहद निचले स्तर का रहा। पहले दिन 25 लाख, दूसरी दिन 35 लाख, रविवार को 70 लाख और पांचवें दिन यह फिल्म शायद ही कोई पैसा कमा पाई हो। फिल्म का कुल कलेक्शन एक करोड़ से कुछ ज़्यादा का ही है। यह सब परिणीति के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है। उनकी शुरूआती फिल्में यशराज जैसे नामी प्रोडक्शन हाउस के तले रिलीज़ हुई थी, जिसका उन्हें खूब फायदा हुआ। इसके साथ ही अपने फ़िल्मी करियर के शुरुआती दौर में प्रियंका चोपड़ा जैसी बड़ी अभिनेत्री के नाम का फायदा भी उन्होंने खूब उठाया। इसके बाद देसी गर्ल ने जब से बॉलीवुड को अलविदा कहा है तब से परिणीति के करियर का ग्राफ भी औंधे मुँह गिरा है।
करोड़ों का घाटा झेल रहे प्रोड्यूसर
कोड नेम : तिरंगा ने यह साबित कर दिया है कि परिणीति अपने बल बूते पर बॉक्स ऑफिस में झंडा नहीं गाड़ सकती। फिल्म केसरी में भी अक्षय कुमार के साथ ने फिल्म को कामयाब बनाने में एहम भूमिका निभाई थी। कोड नेम : तिरंगा से पहले उनके कन्धों पर इंडिया की चैंपियन शटलर साइना नेहवाल की बायोपिक 'साइना' की भी ज़िम्मेदारी थी। यह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर अपना जलवा बिखेरने पर नाकाम रही थी। 26 करोड़ के बजट वाली इस फिल्म ने फिल्म जगत में मुश्किल से तीन करोड़ का बिज़नेस किया था। लेकिन कोड नेम : तिरंगा की स्थिति बत से बत्तर है। ट्रेड के जानकारों का मानना है कि इस फिल्म का लाइफ टाइम बिजनेस साइना से भी कम रहेगा।
पहले भी झेला है डायरेक्टर ने नुक्सान
कोड नेम : तिरंगा के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर हैं ऋभु दास गुप्ता। उन्होंने हिंदी सिनेमा में सबसे पहले अमिताभ बच्चन और नवाज़ुद्दीन सिद्दिकी के लिए 'तीन' फिल्म बनाई थी, जो फ्लॉप रही। इसके बाद उन्होंने किंग खान की रेडचिलीज़ के खातिर नेटफ्लिक्स के लिए 'बार्ड ऑफ़ ब्लड' जैसी बेहद खराब वेब सीरीज़ बनाई थी। नेटफ्लिक्स पर ही परिणीति स्टारर 'द गर्ल ऑन द ट्रेन बनाई' जिसे दर्शकों ने पसंद नहीं किया। अब कोड नेम : तिरंगा की यह दुर्गति उनके लिए असहनीय है। फिल्म के निर्माताओं रिलायंस एंटरटेनमेंट के लिए भी यह एक बड़ा झटका है। इससे पहले उनकी फिल्म 'विक्रम वेधा' भी अपना लागत खर्च निकालने के लिए लड़खड़ाती नज़र आई।