चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भारत से हारने पर न्यूज़ीलैंड के मीडिया में पाकिस्तान को लेकर कैसी चर्चा

hAFUBAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAALwGsYoAAaRlbhAAAAAASUVORK5CYII= चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भारत से हारने पर न्यूज़ीलैंड के मीडिया में पाकिस्तान को लेकर कैसी चर्चा

न्यूज़ीलैंड की टीम चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 के फ़ाइनल में भारत से हार के बाद वापस लौट गई है लेकिन अब वहाँ के मीडिया में इस पर ख़ासी चर्चा हो रही है।

न्यूज़ीलैंड के प्रमुख अख़बार द न्यूज़ीलैंड हेरल्ड ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है, “एक 1.438 अरब की आबादी वाला भारत, जहाँ क्रिकेट को लेकर पागलपन की हद तक दीवानगी है, उसने मुंबई से भी कम आबादी वाले देश न्यूज़ीलैंड को मात दी।”

भारत की जीत के कारण गिनाते हुए न्यूज़ीलैंड हेरल्ड ने लिखा है, “भारत की स्पिन गेंदबाज़ी की इस जीत में अहम भूमिका रही। इस टूर्नामेंट में भारत की बेस्ट टीम थी लेकिन कई चीज़ें उसके पक्ष में भी गईं। पाकिस्तान मेज़बान था लेकिन भारत ने वहाँ खेलने से इनकार कर दिया। ऐसे में सभी पाँच मैच भारत ने दुबई में ही खेले। भारत की टीम दुबई के मैदान में अभ्यस्त हो गई थी और ट्रैवल से भी बच गई। जब आपको पहले से ही पता होता है कि मैच कहाँ होना है तो आपके पास उसके हिसाब से 15 खिलाड़ियों की टीम बनाने में आसानी होती है।”

न्यूज़ीलैंड हेरल्ड ने लिखा है, “रविवार को फ़ाइनल में भारत के 11 खिलाड़ियों में कुल छह गेंदबाज़ थे, जिनमें चार स्पिनर थे। भारत की तरफ़ से 50 ओवर में 38 ओवर गेंदबाज़ी उसके स्पिनर्स ने की थी। दूसरी तरफ़ न्यूज़ीलैंड के पास दो स्पिनर थे। एक सैंटनर और दूसरे मिचेल बार्सवेल। हालाँकि ग्लेन फ़िलिप्स और रचिन रविंद्र भी थे, लेकिन ये फुलटाइम स्पिनर्स नहीं हैं। मिसाल के तौर पर भारत के चौथे स्पिनर रविंद्र जडेजा ने 300 से ज़्यादा विकेट टेस्ट मैच में लिए हैं और 200 से ज़्यादा विकेट वनडे मैच में। दूसरी तरफ़ न्यूज़ीलैंड के चौथे स्पिनर फ़िलिप्स ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत विकेटकीपर से की थी।”

भारत का दबदबा

न्यूज़ीलैंड के कप्तान मिचेल सैंटनर ने कहा, “मुझे अपनी टीम पर गर्व है. ऐसे टूर्नामेंट में हमेशा कुछ न कुछ चुनौतियाँ होती हैं और आप इनसे कुछ अलग चीज़ें सीख सकते हैं. मैं किसी भी चीज़ के लिए शिकायत नहीं कर सकता. हमने पूरे टूर्नाटमेंट में पूरे दमख़म के साथ प्रतिद्वंद्वी टीम को चुनौती दी है।”

image 5 चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भारत से हारने पर न्यूज़ीलैंड के मीडिया में पाकिस्तान को लेकर कैसी चर्चा

रेडियो न्यूज़ीलैंड ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है, “भूराजनीतिक हक़ीक़त, मेज़बान देश पाकिस्तान में उदासीनता और औसत दर्जे के क्रिकेट के कारण चैंपियंस ट्रॉफ़ी टूर्नामेंट आईसीसी की योजना के मुताबिक़ नहीं रहा। वनडे इंटरनेशनल टूर्नामेंट चैंपियन ट्रॉफ़ी आईसीसी के फंड जुटाने का ज़रिया तो बना लेकिन टी-20 की अपार सफलता के बीच वनडे की प्रासंगिकता पर लगा प्रश्न चिह्न अब भी वैसा ही है।

भारत की तारीफ़ और आलोचना साथ-साथ

न्यूज़ीलैंड की न्यूज़ वेबसाइट स्टफ़ ने लिखा है कि फ़ाइनल में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ भारत की जीत इसलिए भी और बड़ी हो जाती है कि जसप्रीत बुमराह फ़िटनेस के कारण टूर्नामेंट से बाहर थे और विराट कोहली दूसरी गेंद पर ही आउट हो गए थे।

स्टफ़ ने लिखा है, “पिछले दो सालों में भारत ने तीन आईसीसी टूर्नामेंट में 24 में से 23 मैच जीते हैं। इसमें 2023 का वनडे वर्ल्ड कप, पिछले साल का टी-20 वर्ल्ड कप और फिर अभी की चैंपियंस ट्रॉफ़ी शामिल है। लेकिन इस चैंपियंस ट्रॉफ़ी के बारे में कहा जा रहा है कि जो फ़ायदा मेज़बान देश को मिलना चाहिए था, वो भारत को मिल। किसी भी टूर्नामेंट की मेज़बानी का फ़ायदा उस देश को मिलता है। पिछले चार वनडे वर्ल्ड कप में तीन में मेज़बान देश को जीत मिली। जितने भी बड़े खेलों के टूर्नामेंट होते हैं, उनमें कभी भी ग़ैर-मेज़बान देश को वो फ़ायदा नहीं मिलता है, जितना कि चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भारत को मिला।”

अन्य खबरें

Total
0
Shares
Leave a Reply
Previous Post
वी. शांता - V. Shanta

वी. शांता – V. Shanta

Next Post
अवैध अप्रवास रोकने के लिए सरकार लेकर आई नया बिल, 7 साल कैद और 10 लाख जुर्माना समेत जानिए क्या हैं इसके प्रावधान

अवैध अप्रवास रोकने के लिए सरकार लेकर आई नया बिल, 7 साल कैद और 10 लाख जुर्माना समेत जानिए क्या हैं इसके प्रावधान

Related Posts
Total
0
Share