नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य ने कहा विमानन सेवा को और सुरक्षित बनाने पर काम तेज

पिछले कई दिनों से भारत देश में विमान घटनाओं को लेकर कई समस्याएं देखने को नजर आ रही थी. हाल ही में
कुछ दिन पहले पटना में फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई थी. इसके बाद भी कई ऐसे कई मामले सामने
आए. जिसमें विमान में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इस दिक्कत को देखते हुए सरकार आने वाले दिनों
में और चुस्त व्यवस्था बनाने की तैयारी में जुटी हुई है. नगर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार को कहा
कि देश का नागर विमानन क्षेत्र पिछले कुछ वर्षों में नई ऊंचाई पर होगा इसे देखते हुए. सरकार नागर विमानन
महानिदेशालय यानी डीजीसीए और नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो बी सी ए एस के कर्मियों की क्षमता और संख्या भी
बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है. डीजीसीए क्षेत्र में बचाव संबंधी पहलुओं पर ध्यान देते हुए जबकि सुरक्षा संबंधी
जिम्मेदारी बीसीएएस के पास दी जाएगी.

आगे सिंधिया ने कहा कि दोनों ही नियामक पूरी तरह से स्वतंत्र है. उड्डयन मंत्री ने कहा मेरा काम बचाव और
सुरक्षा दोनों पहलू के लिहाज से जवाबदेही सुनिश्चित करना है. नागर विमानन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विस्तार को
देखते हुए यह और आवश्यक हो गया है कि हम डीजीसीए और बीसीएएस के मानव संसाधन और क्षमता दोनों को
अधिक से अधिक बढ़ाएं. जिससे जो अभी दिक्कतें आ रही हैं वह आगे हमें सामना ना करना पड़े मैं इस पर काम
कर रहा हूं.

विमानन मंत्री का कहना है कि आने वाले वर्षों में भारत के घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या 40 करोड़
तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. कुछ वर्षों में हवाई अड्डा हेलीकॉप्टर और वॉटरड्रम की संख्या बढ़कर
220 होने की संभावनाएं भी जताई जा रही है.