यूरोप देशों में बिजली के उत्पादन पर आए संकट, जानिए पूरी जानकारी

यूरोपियन देशों में सूखे के बीच ऊर्जा का संकट भी गहराने लगा है. नदियों में जलस्तर में गिरावट होने की वजह से
ऊर्जा संयंत्रों से बिजली 20%का उत्पादन की स्थिति तक घट गया है. वहीं चीन में भी बिजली की खपत कम करने
के लिए शंघाई में रंग-बिरंगी लाइटों को बंद कर दिया गया है. चीन और यूरोपीय देशों में अंधेरा फैलने का खतरा
बहुत ज्यादा बढ़ गया है.

नदियों के सूखने के कारण पनबिजली परियोजनाओं से उत्पादन 50 फ़ीसदी तक कम होता नजर आ रहा है.
परमाणु ऊर्जा संयंत्रों से बिजली उत्पादन के जरिए आपूर्ति का संतुलन बनाए रखने की भी कोशिश की जा रही है.
ब्रिटेन के 50 फ़ीसदी से अधिक अन्य परियोजनाओं से बिजली का उत्पादन प्रभावित हो रहा है. परमाणु ऊर्जा से
बिजली का उत्पादन करने वाला सबसे बड़ा देश की नदियों में जल संकट से लोन के रोल में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में
बिजली का उत्पादन घट चुका है. ऐसा इसलिए क्योंकि नदियों का पानी इतना गरम हो गया है कि उसमें संयंत्र को
ठंडा करना काफी मुश्किल होता नजर आ रहा है.

बिजली की कुछ चुनौतियां
बिजली संकट गहराया तो उद्योग धंधे प्रभावित होंगे.
उत्पादन इकाइयां ठप होने से अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा.
संकट के बीच बिजली की कीमत भी बढ़ सकती है.
रूस से गैस न मिलने के बाद स्थिति और भी गंभीर हो सकती है.
कंपनियों में काम प्रभावित होने से दुनिया प्रभावित हो सकती है.