दिल्ली एयरपोर्ट पर भारत के पहले एलिवेटेड टैक्सी-वे का निर्माण किया गया है। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (आईजीआई) पर डुअल एलिवेटेड ईस्टर्न क्रॉस टैक्सीवे और चौथे रनवे का उद्घाटन किया। आईजीआई देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट भी है। यहाँ से रोजाना 1,500 से अधिक विमानों की आवाजाही होती है।
उद्घाटन करते वक़्त सिंधिया ने कहा, “एलिवेटेड ईस्टर्न क्रॉस टैक्सीवे दिल्ली हवाई अड्डा भारतीय विमानन क्षेत्र का एक चमत्कार है। यह भारत का पहला क्रॉस टैक्सीवे है जो टैक्सी के समय को कम करेगा और यात्रियों के लिए बेहतर यात्रा अनुभव सुनिश्चित करेगा।”
साथ ही मंत्री ने यह भी कहा, “इसके साथ ही जिम्मेदारी भी आती है। ईसीटी के साथ हम सालाना 55,000 टन कार्बन उत्सर्जन कम करेंगे। 2070 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री के प्रोत्साहन को ध्यान में रखते हुए हम विकास के पक्ष में हैं, हम नए क्षितिज हासिल करने के पक्ष में हैं, लेकिन टिकाऊ तरीके से।”
उद्घाटन के बाद टैक्सीवे प्लेन में बैठे यात्रियों के वेटिंग टाइम को 20-25 मिनट से घटाकर 10-12 मिनट कर देगा। इसके कारण उड़ान भरने से पहले और लैंडिंग के बाद यात्रियों के समय में बचत होगी। दरअसल, यह एलिवेटेड टैक्सीवे यह उत्तरी और दक्षिणी हवाई क्षेत्रों को जोड़ेगा और विमान के लिए टैक्सी की दूरी 9 किमी से कम करके सिर्फ 2.1 किमी ही कर देगा।
इस एलिवेटेड टैक्सीवे का नाम रखा गया है ईस्टर्न क्रॉस टैक्सीवेज़ (ईसीटी)। ईसीटी वस्तुतः 2.1 किलोमीटर लंबा और लगभग 202 मीटर चौड़ा है। यहां दो टैक्सीवे हैं, एक लैंडिंग के बाद विमानों के उपयोग के लिए और दूसरा विमान के उड़ान भरने से पहले उपयोग करने के लिए। ईसीटी भारत में अपनी तरह का पहला टैक्सी वे है।
टैक्सीवे हवाईअड्डे पर विमानों के लिए एक रास्ता है जो रनवे को एप्रन, हैंगर, टर्मिनल और अन्य सुविधाओं से जोड़ता है।
एलिवेटेड क्रॉस टैक्सीवे एक विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया टैक्सीवे है जो एक हवाई अड्डे के भीतर विभिन्न हवाई क्षेत्रों को जोड़ता है। इसे रनवे और टर्मिनलों के बीच विमानों की आवाजाही के लिए एक सीधा और कुशल मार्ग प्रदान करने के लिए उन्नत किया गया है, जिससे टैक्सी की दूरी और प्रतीक्षा समय कम हो जाएगा।