दिवाली की सफाई के दौरान भूल कर भी न रखें इन चीज़ों को, नहीं तो आपके घर से चली जाएगी लक्ष्मी

दिवाली से पहले दिवाली की सफाई घरों में ज़ोर शोर से की जाती है। अक्सर माँ लक्ष्मी और गणेश देवता को प्रसन्न करने के लिए हम अपने घर में पड़ी सभी खराब चीज़ों को निकाल कर बहार फेंक देते हैं। इसके बाद हम अपने घर को स्वच्छ करके उसे रंगोली, फूलों और दीपों से सजाते है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक़ ऐसा करना सर्वथा उचित है। घर में अधिक समय तक खराब सामान को रखना घर के वातावरण को नकारात्मक ऊर्जा से भर देता है। इस नकारात्मक ऊर्जा के कारण ही घर के सदस्यों का किसी भी काम में मन नहीं लगता।अतः आपको भूल कर भी अपने घर में इन चीज़ों को नहीं रखना चाहिए। यदि आपके घर में ये वस्तुएं मौजूद है तो जितना जल्दी हो सके इन वस्तुओं को अपने घर से निकाल कर भर करें और अपने घर के वातावरण को स्वच्छ करें। ऐसा ना करने पर माँ लक्ष्मी आपसे नाराज़ हो सकती है। तो आईए जानते है कौन सी है वो चार चीज़ें जिन्हे आपको अपने घर से दिवाली की सफाई के दौरान निकालकर बाहर फेंक देना चाहिए।
1) टूटे बर्तन - वास्तु शास्त्र के अनुसार आपकी रसोई में टूटे हुए बर्तन या क्रोकरी नहीं होनी चाहिए। ऐसे बर्तनो का रसोई घर में होना अशुभ संकेत है। इसलिए दिवाली की सफाई के दौरान इन्हे अपने घर से निकालकर बाहर कर दें। इन टूटे बर्तनो से आपके घर की समृद्धि का नाश हो सकता है।
2) खंडित तस्वीरें और मूर्तियाँ - कई बार पूजा घर में देवताओं की टूटी हुई तस्वीरें या मूर्तियाँ पड़ी रहती हैं। वास्तु शास्त्र का मानना है कि ऐसी मूर्तियों के घर में विराजमान होने के कारण दोष लगता है और घर की शान्ति भंग होत्ती है। दिवाली से पहले इन मूर्तियों को बाहर निकाल देना चाहिए।
3) खराब घड़ियाँ - घड़ियाँ आपको वक्त बताती है। लेकिन क्या आप जानते है कि आपका सही वक्त भी इन घड़ियों पर निर्भर करता है। इसलिए घर में खराब घड़ियाँ हरगिज़ नहीं रखनी चाहिए। रुकी हुई घड़ी आपके खराब समय को दर्शाती है। घर की दीवार पर कभी भी रुकी हुई घड़ी नहीं टाँगनी चाहिए।
4) खराब बल्ब - दिवाली रोशनी का त्यौहार है। ऐसे में आपके घर के किसी बल्ब का खराब होना अच्छा संकेत नहीं है। खराब बल्ब आपके भाग्य में अंधेरे का संचार कर सकता है। घर के किसी कमरे में, बाथरूम, बालकनी इत्यादि में खराब बल्ब का होना अच्छा नहीं है। घर के किसी कोने में अन्धेरा होने से माँ लक्ष्मी रूठ जाती हैं।