इस बार दिवाली का पर्व 25 अक्टूबर 2022 का है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार दिवाली का पर्व धन की देवी माँ लक्ष्मी का पर्व है। इस दिन माँ लक्ष्मी की विशेष अनुकम्पा अपने भक्तों पर बनी रहती है। लेकिन यदि आप दिवाली के शुभ अवसर पर इन पाँच वस्तुओं को सहेजकर नहीं रखते तो माँ लक्ष्मी आपसे नाराज़ हो सकतीं हैं। आपके घर पर धन की वर्षा पर लग सकता है ग्रहण। आइए जानते है वह पाँच वस्तुऐं कौन सी हैं जिनसे आपके घर में हो सकती है धन की वर्षा और बन सकतें हैं आपके बिगड़े काम।
1) शंख या कौड़ी - दिवाली का पर्व आने से पहले लोग अक्सर अपने घरों में सफाई करते हैं। दिवाली की सफाई के दौरान यदि आपको अपने मंदिर के पुराने सामान में शंख या कौड़ी मिलता है तो इसे भूल कर भी ना फेंके। यह दोनों चीज़ें माँ लक्ष्मी का प्रतीक मानी जाती है। मंदिर के पुराने सामान में ऐसी वस्तुएं मिलने पर इन्हें धोकर घर में किसी पवित्र स्थान पर रख दें। ऐसा कहा जाता है कि इन्हें घर से बाहर निकालने पर घर की लक्ष्मी नाराज़ होकर चली जाती है।
2) झाड़ू - झाड़ू का संबंध माँ लक्ष्मी से है। शास्त्रों के अनुसार घर में टूटी झाड़ू रखने से नकारात्मक प्रभाव उतपन्न होता है। कहते है कि झाड़ू को पैर भी नहीं लगाना चाहिए। यह बहुत अशुभ माना जाता है। यदि झाड़ू के खराब होने पर उसे फेंकना आवश्यक हो तो ऐसा भूल कर भी गुरूवार और शुक्रवार के दिन ना करें। ऐसा करने पर घर में दरिद्रता आती है।
3) लाल कपड़ा - कपड़ों की अलमारी की सफाई करने पर अक्सर कुछ ऐसे कपड़े भी मिलते हैं जिनका प्रयोग हमने नहीं किया। वह कपड़े बिलकुल नए होते हैं। यदि दिवाली की सफाई करते समय आप अपनी अलमारी की सफाई करें और इस दौरान आपको कोई नया लाल कपड़ा मिले तो उसे फेंके नहीं। लाल कपड़ा सौभाग्य का प्रतीक होता है। इस कपड़े को धो कर संभाल कर रख लेना ही उचित है।
4) पुराने सिक्के - अक्सर अलमारी के लोकर , पर्स इत्यादि की सफाई के दौरान कुछ पुराने सिक्के मिल ही जाते हैं। बेशक आज के समय में इन सिक्कों का उतना महत्व नहीं है लेकिन इन सिक्कों में माँ लक्ष्मी का वास माना जाता है। दिवाली की पूजा के दौरान इन सिक्कों की पूजा भी करनी चाहिए। इससे माँ लक्ष्मी प्रसन्न होतीं हैं।
5) मोरपंख - दिवाली की सफाई के दौरान मोरपंख का मिलना बेहद शुभ माना जाता है। मोरपंख श्री कृष्ण को अत्यंत प्रिय है। मोरपंख के मिलने पर इसे भूल कर भी कचरे में ना डालें। मोरपंख का मिलना धन लाभ का संकेत है।