रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक सार्वजनिक संबोधन में पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि भारतीय सेनाओं ने बीती रात अपने शौर्य और पराक्रम का परिचय देते हुए एक नया इतिहास रचा है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के परियोजनाओं के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए उन्होंने भारतीय सेना की कार्रवाई की सराहना की।
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेना ने अत्यंत सटीकता, सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है। हमने जो लक्ष्य निर्धारित किए थे, उन्हें योजना के अनुसार सटीक रूप से ध्वस्त किया है। इस कार्रवाई में नागरिक आबादी को किसी भी प्रकार की हानि न पहुंचे, इसका भी विशेष ध्यान रखा गया।
उन्होंने हनुमान जी और अशोक वाटिका का उदाहरण देते हुए कहा कि हमने हनुमान जी के उस आदर्श का पालन किया है, जो उन्होंने अशोक वाटिका को उजाड़ते समय किया था, ‘जिन मोहि मारा, तिन मोहि मारे’ अर्थात हमने केवल उन्हीं को निशाना बनाया है, जिन्होंने हमारे मासूम नागरिकों को मारा।
राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने सेना को पूर्ण समर्थन दिया है। उन्होंने बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सेना ने आतंकियों के प्रशिक्षण शिविरों और अन्य ठिकानों को ध्वस्त कर करारा जवाब दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत ने अपनी भूमि पर हुए हमले का जवाब देने के लिए अपने ‘राइट टू रिस्पॉन्ड’ का इस्तेमाल किया है। यह कार्रवाई सोच-समझकर और संयमित तरीके से की गई है, जिसका उद्देश्य सिर्फ आतंकियों के हौसले पस्त करना और उनके ठिकानों को नष्ट करना था।∎