पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने शनिवार को एक बार फिर विवादास्पद बयान देकर क्षेत्रीय तनाव को हवा दी। उन्होंने खैबर-पख्तूनख्वा के काकुल स्थित पाकिस्तान मिलिट्री अकादमी (पीएमए) में कैडेटों की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए ‘दो राष्ट्र सिद्धांत’ का समर्थन किया और हिंदू-मुसलमानों को दो अलग राष्ट्र बताया।
अपने पहले के उत्तेजक बयानों के लिए जाने जाने वाले मुनीर ने कहा कि उनके पूर्वजों का मानना था कि हिंदू और मुसलमान जीवन के हर पहलू में भिन्न हैं। विश्लेषकों का मानना है कि मुनीर का यह बयान पाकिस्तान में अपनी सरकार के खिलाफ उठ रहे जन आक्रोश को मोड़ने का एक प्रयास है, खासकर पहलगाम हमले के बाद भारत के साथ बढ़े तनाव के मद्देनजर।
मुनीर ने अपने भाषण में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के ‘दो राष्ट्र सिद्धांत’ को दोहराया। उन्होंने कहा, “हमारे धर्म अलग हैं, हमारी रीति-रिवाज अलग हैं, हमारी परंपराएं अलग हैं, हमारे विचार अलग हैं, हमारी महत्वाकांक्षाएं अलग हैं। यहीं पर दो-राष्ट्र सिद्धांत की नींव रखी गई थी। हम दो राष्ट्र हैं, हम एक राष्ट्र नहीं हैं।”
भारत के कड़े रुख से पाकिस्तान में व्याप्त भय के बीच, मुनीर ने यह भी कहा कि उनके पूर्वजों ने पाकिस्तान के निर्माण के लिए भारी बलिदान दिए और वे देश की रक्षा करना जानते हैं। उनके इस बयान को पाकिस्तान की जनता को शांत करने और राष्ट्रीय गौरव को बढ़ावा देने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।∎