नई दिल्ली/इस्लामाबाद — भारत-पाक के बीच हालिया सैन्य टकराव अब समाप्त हो चुका है। दोनों देशों की सेनाओं ने एक बार फिर शांति बहाली की दिशा में कदम बढ़ाते हुए युद्धविराम की स्थिति बहाल करने का निर्णय लिया है। इसके तहत दोनों देशों के DGMO (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) 12 मई को एक बार फिर बातचीत करेंगे।
पिछले कुछ हफ्तों से सीमा पर तनाव चरम पर था। कई क्षेत्रों में भारी गोलीबारी, सैनिकों की शहादत और नागरिकों की जानें जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की थी। अब स्थिति नियंत्रण में है और दोनों पक्ष युद्धविराम के लिए सहमत हो गए हैं।
भारतीय सेना के सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम के संकेत मिलने के बाद भारत ने भी सकारात्मक रुख दिखाया। दोनों देशों के DGMO ने एक हॉटलाइन कॉल पर मौखिक समझौता किया, और अब 12 मई को औपचारिक वार्ता होगी, जिसमें भविष्य में ऐसे हालात दोबारा न बनने देने पर सहमति बनने की उम्मीद है।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने भी पुष्टि की है कि वे क्षेत्रीय शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं और युद्ध नहीं, संवाद को प्राथमिकता देना चाहते हैं।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- सीमा पर गोलीबारी अब बंद हो चुकी है।
- दोनों पक्ष संघर्षविराम का पालन कर रहे हैं।
- 12 मई को DGMO स्तर पर बातचीत होगी।
- लक्ष्य: दीर्घकालिक शांति सुनिश्चित करना।
इस घटनाक्रम से यह साफ है कि दोनों परमाणु-संपन्न देश अब युद्ध के बजाय कूटनीति के रास्ते को चुनना चाहते हैं। जनता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी यही उम्मीद है कि यह वार्ता स्थायी शांति की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगी।