भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ चौतरफा शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सिंधु जल समझौते को निलंबित करते हुए, भारत ने अब बिना किसी पूर्व सूचना के चिनाब नदी का पानी छोड़ दिया है, जिससे पाकिस्तान में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं और अलर्ट जारी कर दिया गया है।
सिंधु जल संधि के तहत, भारत को पानी छोड़ने से पहले पाकिस्तान को सूचित करना होता था। लेकिन, संधि के निलंबन के बाद, अचानक पानी छोड़े जाने से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है।
पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत में बैठकों का दौर जारी है और सेना को कार्रवाई की खुली छूट दे दी गई है। समुद्री सीमा पर भी पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाया गया है और अब पाकिस्तानी विमान भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सकते।
भारी बारिश के कारण भारत ने जम्मू-कश्मीर के सलाल बांध से पानी छोड़ा है, जिससे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। चिनाब नदी का जलस्तर सामान्य से 5 से 7 फीट ऊपर है, जिससे सुरखपुर, उरी, हेडमाराला, माड़ीखोखराम, बहलोलपुर और गंगवाल में अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, झेलम नदी भी उफान पर है, जिससे पीओके में दहशत का माहौल है और नदी का जलस्तर एक रात में 8 से 10 फीट तक बढ़ गया है। भारत द्वारा बिना चेतावनी के पानी छोड़े जाने से पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं।
आतंक का गढ़ माने जाने वाले पीओके में अब बाढ़ के हालात हैं, जिससे स्थानीय आबादी भयभीत है। पाकिस्तान ने भारत के इस कदम को ‘पानी रोकने की कार्रवाई’ को युद्ध के बराबर माना है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी स्वीकार किया है कि भारत के इस फैसले से पाकिस्तान के लोग भूख और प्यास से मर सकते हैं।∎