इंदिरापुरम हर वर्ष होने वाला यह उत्सव इस वर्ष आज यानी 28 फरवरी 2025 से 2 मार्च तक चलेगा, इसका आयोजन इंदिरापुरम के शिप्रा माल मैदान में होगा। उत्तराखंडी उतरैणी-मकरैणी कौथिग तीन दिवसीय उत्सव है। इस तीन दिवसीय कौथिग की तैयारियों जोर-शोर से होती हैं। ग्राउंड में विशाल पंडाल को देखकर लगता है कि 28 फरवरी से शुरू होकर 2 मार्च तक चलने वाला उतरैणी-मकरैणी कौथिग वास्तव में अपनी भव्यता और सभ्यता की सतरंगी छठा बिखेरने वाला है।
23 फ़रवरी को इस कार्यक्रम के लिए भूमि पूजन करवाया गया, इसके अन्तर्गत कई भव्य झाँकियाँ भी निकाली गई।
उत्तराखंड के लोकगीतों की बहेगी बयार फाल्गुन आ गया है, फिज़ाओ में वासंती हवा अपनी मस्ती बिखेर रही है ऐसे में जब उत्तराखंड के गीत-संगीत की बयार बहेगी तो जाहिर सी बात है दिल्ली-एनसीआर के उत्तराखंडी बाहुल्य क्षेत्र इंदिरापुरम में भी उत्तराखंड की कला और संस्कृति के चाहने वाले नाचेंगे-गाएंगें, धूम मचाएंगें। लोकगायिका दीपा चौहान और खुशी जोशी के गीत आपको पहाड़ की नराई ही नहीं लगाएंगें बल्कि आपको अपने सुपर डुपर गीतों के माध्यम से पहाड़ ले जाएंगे। मुकेश कठैत, बिशन सिंह हरियाला, कुसुम भट्ट और प्रियंका तिवारी अपने गीतों से क्या कुछ धमाल करने वाले हैं इसके लिए आपको मेरी तरह ही शुक्रवार 28 फरवरी को शिप्रा माल इंदिरापुरम ग्राउंड में टाइम निकालकर आना जरूरी है।
1 मार्च को राकेश खनवाल, दीपा चौहान और सतेंद्र परिंदियाल के लोकप्रिय लोकगीतों की महफिल सजेगी। वहीं 2 मार्च को दर्शन फरस्वाण, खुशी जोशी, श्रवण भारद्वाज और लोकगायक संतोष खेतवाल अपने गीत और लोकगीतों के जरिए आपको पहाड़ों की सैर करवाएंगे। इन तीनों ही दिनों मंच का संचालन उत्तराखंड के हास्य कलाकार पन्नू गुसांई करेंगे।
इस असरदार आयोजन के सरदार हैं “सरदार सागर सिंह रावत”। जिन्हें वासुकी फांउडेशन के पी.एन.शर्मा, वरिष्ठ उद्योगपति एस.के.पी.प्रोडक्ट्स के सीएमडी सुरेश चंद्र पांडे, विजनरी एजुकेशनलिस्ट ग्रुप के चेयरमैन शिक्षाविद राजारमण खन्ना,वरिष्ठ समाजसेवी विनोद कबटियाल, वरिष्ठ समाजसेवी विजय रावत, वरिष्ठ समाजसेवी आर.पी.एस. घिल्डियाल, समाजसेवी और राजनेता,पूर्व राज्यमंत्री उत्तराखंड सरकार सच्चिदानंद शर्मा का सहयोग और मार्गदर्शन मिल रहा है