देश में एक ऐसा इंटीग्रेट अलर्ट सिस्टम तैयार किया गया है जिससे आकाशीय बिजली गिरने या तूफान जैसे आने
वाली आपदा के बारे में लोगों के मोबाइल पर सीधे संदेश भेजा जा सकेगा. समय रहते इस जानकारी के लिए लोगों
को मौसम विभाग या जिला प्रशासन पर निर्भर नहीं रहना होगा.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक फरवरी से पहले इस देश भर में लांच कर दिया जाएगा. अमेरिका, जर्मनी,
इटली, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के बाद भारत छोटा ऐसा देश होगा जिसके पास ऐसी चेतावनी प्रणाली होगी. संचार
मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ टेक्नोलॉजी यानी सी डॉट के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ
राजकुमार उपाध्याय ने बताया है कि उनके विभाग में सूचना प्रौद्योगिकी आधारित अलर्ट सिस्टम तैयार किया गया
है. इससे मौसम आकाशीय बिजली तूफान कानून व्यवस्था आग लगने और महामारी जैसे तमाम आपदाओं से जुड़ी
जानकारी निश्चित इलाकों के लोगों को सीधे s.m.s. और दूसरे संचार माध्यमों के जरिए देने का काम बड़ी
आसानी से हो जाएगा. सीडॉट की तरफ से तैयार तकनीक का कोरोनावायरस इन देशों को भेजने के लिए तमाल
परीक्षण के तौर पर किया गया था. पृथक वास केंद्रों के लोग इलाके से बाहर तो नहीं जा रहे इसका पता लगाया
गया था.
देश के 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के एसडीएम ने विभाग को इस तकनीक से जोड़ दिया गया है अमरनाथ
यात्रा बाढ़ तूफान दंगों के दौरान 75 करोड़ s.m.s. विभागों को इस के जरिए लोगों को चेतावनी देने का परीक्षण
सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है. सिस्टम लांच करने के लिए फरवरी की डेड लाइन मिली है.