भारतीय रेलवे ने देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के लिए केरल को चुना है। यह ट्रेन थिरुवनंतपुरम और मंगलूरु के बीच चलेगी, जिससे दक्षिण भारत में रात की यात्रा को अधिक आरामदायक और तेज़ बनाया जाएगा। यह पहल लंबी दूरी की यात्रा को आधुनिक बनाने और यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है ।
आधुनिक सुविधाओं से लैस ट्रेन
इस 16 कोच वाली पूरी तरह से वातानुकूलित ट्रेन को चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) ने डिज़ाइन किया है और भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) ने निर्मित किया है। यह ट्रेन 1,128 यात्रियों को समायोजित कर सकती है और इसमें आधुनिक सुविधाएं जैसे कि व्यक्तिगत रीडिंग लाइट्स, मोबाइल और पत्रिका होल्डर, स्नैक टेबल, विशेष रूप से सक्षम यात्रियों के लिए विशेष बर्थ और शौचालय, और ‘कवच’ नामक स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली शामिल हैं ।
नई रूट्स और बेहतर कनेक्टिविटी
थिरुवनंतपुरम–मंगलूरु मार्ग को प्राथमिकता दी गई है, और इसके अलावा थिरुवनंतपुरम–बेंगलुरु और कन्याकुमारी–श्रीनगर जैसे नए मार्गों की भी योजना बनाई जा रही है। यह पहल विभिन्न रेलवे ज़ोन के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाने और यात्रियों को अधिक विकल्प प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है ।
लॉन्च की संभावित तिथि
हालांकि आधिकारिक लॉन्च की तारीख की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, यह ट्रेन 2025 के अंत तक शुरू हो सकती है। यह ट्रेन दक्षिण रेलवे ज़ोन के तहत संचालित होगी और केरल को पहली प्राथमिकता दी गई है।
वर्तमान वंदे भारत सेवाएं
वर्तमान में, थिरुवनंतपुरम–मंगलूरु मार्ग पर वंदे भारत एक्सप्रेस (20632) चल रही है, जो 620 किमी की दूरी को लगभग 8 घंटे 35 मिनट में तय करती है। यह ट्रेन थिरुवनंतपुरम सेंट्रल से शाम 4:05 बजे प्रस्थान करती है और मंगलूरु सेंट्रल पर रात 12:40 बजे पहुंचती है ।