हाल ही में भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा वृन्दावन के लिए चलने वाली रेल बस सेवा के रूटों में बड़ा बदलाव किया गया है। असल में रेल बस की सेवा को स्थानांतरित किया गया है। अब ये रेल बस केवल श्री नाथ जी के भक्तों की ही सेवा करेगी। रेल बस के रूट में बदलाव होने की वजह से इसके नाम में भी बदलाव किया गया है। अब से इसका नाम राधा रानी एक्सप्रेस कर दिया गया है।
मथुरा और वृन्दावन के बीच चलने वाली रेल बस सेवा पहले करीब 12 किलोमीटर की दूरी तय करती थी। इस रूट पर यह रेल बस सेवा करीब 24 सालों से चलाई जा रही थी। लेकिन अब इस रेल बस के रूट में बदलाव किया गया है और इस बदलाव के तहत इसे अजमेर से श्री नाथ जी जाने वाले ट्रेक पर स्थानांतरित कर दिया गया है। असल में इसे रेल बस कहने का भी एक कारण है। यह बस रेल के डिब्बे की तरह होती है, जो देखने में एक बस जैसी लगती है। यही वजह है कि इसे रेल बस कहा जाता है। दूसरी ट्रेनों के मुकाबले इसमें सफर करने का मज़ा ही कुछ और है।
मथुरा वृन्दावन के बीच रेल का संचालन 1998 से शुरू हो गया था। यह रेल सबसे पहले मथुरा छावनी में चली थी। इसके बाद 2003 में यह रेल बस मथुरा जंक्शन से चलने लगी थी। बीच में इस रूट पर दो रेल बस चलाई गई थी। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से केवल एक ही रेल बस का संचालन हो रहा था। रेल काफी पुरानी हो गई थी जिसकी वजह से उत्तर मध्य रेलवे ने नई रेल बस तैयार करवाई थी। यह रेल बस इज्जत नगर में बनकर तैयार हो चुकी है। यह रेल बस 4 करोड़ 17 लाख रुपय की लागत से तैयार करवाई गई है।