वास्तु शास्त्र में कई ऐसी चीजें बनाई गई है. जो घर में सुख और समृद्धि लाती है. वास्तु में धातु के छोटे से
कछुए का खास महत्व माना गया है. यह कछुआ क्रिस्टल, तांबा या चांदी जैसी धातु से बना हुआ होता है. माना
जाता है कि जिस घर में यह कछुआ होता है वही कभी भी रुपए पैसों की कभी तंगी नहीं आती है. ऑफिस या
दुकान में इसलिए रखने पर खूब तरक्की मरती है और व्यापार में नुकसान की संभावनाएं भी काफी कम हो जाती
है. शास्त्रों के अनुसार भी घर में कछुआ रखने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती और जीवन में चल रही सारी दिक्कतें से
मुक्ति मिल जाती है. तो आइए जानते हैं घर में कछुआ रखने के क्या नियम है और यह क्या फलदायक होते हैं.
वास्तु शास्त्र में कछुआ रखना बहुत शुभ माना जाता है. माना जाता है कि इतने रखने से नौकरी और परीक्षा में
सफलता मिलती है. किसी दूसरे पक्ष में हो तो उसे किसी की नजर नहीं लगती है. ऐसे रखने से परिवार के सदस्यों
के बीच शांति बनी रहती है. नया व्यापार शुरू करते समय दुकान या ऑफिस में चांदी का कछुआ रखने से सफलता
मिलती है. घर में इसे रखने से जीवन में चिंता नहीं होती है.
घर में धातु का कछुआ रखने के कुछ नियम भी होते हैं. जिनका पालन न करने पर आपको परेशानी उठानी पड़
सकती है. करियर में तरक्की चाहने के लिए काले रंग का कछुआ लाएं और इसलिए उत्तर दिशा में रखें पूर्णिमा
तिथि घर में कुछ बनाना शुभ माना जाता है. घर के पीछे इतने में कछुए को रखने से घर के सदस्य ऊर्जावान रहते
हैं और उन्हें हर कार्य में सफलता मिलती है. घर के मुख्य द्वार पर पश्चिम दिशा की तरफ सच में रखने से घर
सुरक्षित रहता है. वास्तु के अनुसार, क्रिस्टल से बने हुए कछुए को दक्षिण पश्चिम या उत्तर पश्चिम दिशा में रखना
चाहिए. लिविंग रूम में कछुआ रखने से परिवार के सदस्यों के बीच मेलजोल पड़ता है.