आज ही के दिन चार साल पहले भारत के जम्मू कश्मीर में स्थित पुलवामा में जैश- ऐ-मोहम्मद के आतंकियों ने हमला किया था। इससे पहले भी भारत में आतंकी हमले हुए हैं लेकिन भारत में हुए आतंकी हमलों के इतिहास में ये हमला काफी बड़ा था क्योंकि इस हमले में भारत माता के 40 सपूत शहीद हुए थे। हालांकि इस हमले के बाद महज़ 12 दिनों के अंदर भारत के वीर जवानों ने पाकिस्तान की सिरे ज़मीं पर घुसकर इस हमले का मुहं तोड़ जवाब दिया था। जेश के हमले के बाद भारत के बहादुर सैनिकों ने इस हमले का जवाब बालाकोट स्ट्राइक से दिया।
भारतीय जवानों पर हुआ था हमला
14 फरवरी 2019 को दोपहर 3 बजे के करीब जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से होकर सीआरपीएफ का काफिला जा रहा था। इस काफिले में मौजूद बसों में सीआरपीएफ के जवान बैठे थे। जैसे ही जवानों का यह काफिला पुलवामा पहुंचा वैसे ही काफिले की दूसरी ओर से एक कार आई और काफिले की एक बस में टक्कर मार दी। उस कार में भारी मात्रा में विस्फोटक रखा हुआ था। कार की बस से टक्कर होते ही एक बड़ा धमाका हुआ जिसके बाद देश के 40 जवान शहीद हो गए। उस समय की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ कार में 300 किलो का आईईडी रखा हुआ था।
13 हज़ार पन्नो की चार्जशीट की गई थी दाखिल
इस हमले के तुरंत बाद जवानों को नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन आतंकियों का यह हमला इतना भीषण था कि जवानों की जान बचाना काफी मुश्किल हो गया था जिसकी वजह से बड़ी संख्या में सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए। इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकी का नाम आदिल अहमद डार था। इसके अलावा इस हमले में सज्जाद भट्ट, मुदसिर अहमद खान आदि आतंकियों का बड़ा हाथ था। हालांकि बाद में भारत के वीर जवानों ने इन आतंकियों को मौत के घात उतार दिया। इस मामले की जाँच एनआईऐ द्वारा की गई थी। इस मामले की जाँच के लिए 13 हज़ार पन्नो की चार्ज शीट दाखिल की गई थी।
प्रधान मंत्री ने किया था बदले का ऐलान
हमले में शहीद हुए जवानों के पार्थिव शरीर को विशेष विमान से पालम वायुसेना इलाके में लाया गया था। यहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तत्कालीन ग्रह मंत्री और वर्तमान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने शहीदों को श्रद्धांजली अर्पित की। इसके बाद 17 फरवरी के अपने भाषण में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जवानों की शाहादत का बदला लेने की ओर इशारा किया था। उन्होंने कहा था कि "सभी आंसुओं का बदला लिया जाएगा" और सशस्त्र बलों को "दुश्मन के खिलाफ प्रतिशोध की जगह, समय को तय करने की पूर्ण स्वतंत्रता दी गई है।"
26 फरवरी को लिया गया बदला
26 फरवरी 2019 को भारत ने जैश के आतंकियों के ठिकाने को ध्वस्त करने के लिए लाइन ऑफ़ कंट्रोल को पार करके बालाकोट में अपने 12 मिराज 2000 फाइटर जेट्स भेजे। सूत्रों के मुताबिक़ इस हमले में जैश के 300 आतंकियों को मौत के घात उतारा गया। एयरस्ट्राइक के दौरान तकरीबन हज़ार किलो बम आतंकी ठिकानों पर बरसाए गए थे। पाकिस्तान से बदला लेने के लिए सुगठित योजना बनाने का कार्य प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अजीत डोभाल को सौपा था। उनके अलावा बीएस धनोआ की भी इसमें एहम भूमिका थी।