बारिश और बाढ़ से आम लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त, नदियां उफान पर और कई गांव किए गए खाली

इस साल भारत में मॉनसून ने अपना कहर ढा रखा है. देश के हर एक हिस्से में मॉनसून की बारिश गरज और
बरस के साथ बरस रही है. लेकिन बारिश की वजह से अब हालात कुछ ऐसे बन गए हैं कि लोगों का जनजीवन
अस्त व्यस्त हो चुका है. दरअसल उत्तर भारत में कई नदियां उफान पर है. बिहार में नदियों का जलस्तर लगातार
बढ़ता ही जा रहा है. नदियों के तटवर्ती क्षेत्र जलमग्न हो चुके हैं. वहीं उत्तर प्रदेश की बात करें तो वहां भी कई
जगह भूस्खलन का खतरा बना हुआ है. साथ ही मध्य प्रदेश के चंबल शिप्रा नदी में बाढ़ से कई स्थान को पूरी
तरह से डूबा चुका है. आइए जानते हैं अलग-अलग राज्यों के क्या है बारिश से मौजूदा हालात.

झारखंड में जलस्तर चेतावनी रेखा के पार
झारखंड के साहिबगंज में गंगा का जलस्तर मंगलवार को दोबारा चेतावनी रेखा के पार बह रहा है. इससे पहले
जुलाई महीने में भी गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा से पार हो चुका था. पिछले 4 दिनों से यहां गंगा का जलस्तर
एक बार फिर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. उधर बक्सर व पटना में गंगा का जलस्तर घट रहा है हालांकि मुंगेर में
जगह-जगह जल स्तर बढ़ने के संकेत भी मिल रहे हैं.

उत्तर प्रदेश में भूस्खलन का खतरा
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट पाठक के करीब 24 गांव से जोड़ने वाले मार्ग में देवांगना घाटी पर बारिश के बाद भूस्खलन
का खतरा बढ़ गया है. घाटी में पहाड़ काटकर मार्ग को 1 साल पहले चौड़ा किया गया था. बारिश में कई जगह
बड़े-बड़े पत्थर लाल मौरंग के साथ धसकर सड़क पर गिरे हैं.

राजस्थान में सेना बचाव कार्य में लगी है
राजस्थान में लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ने से कोटा संभाग के कई इलाकों में बाढ़ जैसे
हालात हो चुके हैं. उधर झालावाड़ और धौलपुर जिले में बचाव कार्यों के लिए सेना को बुलाया गया है. इस बीच
भारतीय वायु सेना मध्य प्रदेश के बाढ़ प्रभावित विदिशा जिले में राहत कार्य के लिए दो हेलीकॉप्टर तैनात करेगी.
इस बात की जानकारी मंगलवार को अधिकारियों ने दी है.