हमारे शरीर में फेफड़ें रक्त के माध्यम से शरीर के तमाम अंगों में ऑक्सीजन को संचरित करने का काम करते हैं। इसके अलावा शरीर के रक्त में मौजूद कार्बनडाईऑक्साइड गैस भी फेफड़ों से निकलने वाली सांसों के ज़रिए बाहर निकलती है और रक्त को शुद्ध करती है। हमारे शरीर में हृदय, रक्त और रक्त वाहिनिया रक्त परिसंचरण के तीन अंग है।
सर्दियों में अक्सर दिल्ली समेत तमाम राज्यों में प्रदूषण के स्तर में इज़ाफ़ा हो ही जाता है। प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी अक्सर दिवाली के बाद देखने को मिलती है। असल में हमारे वातावरण में स्मोग की एक मोटी परत बन जाती है। सर्दियों में हवा का बहाव कम होता है जिसके चलते वह परत जल्दी नहीं हटती। ऐसे में प्रदूषण का स्तर बढ़ता है और वायु की गुणवत्ता में ह्रास होता है जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। ऐसी परिस्थिति में हमारे फेफड़े गंभीर रूप से प्रभावित होते हैं क्योंकि हवा में ज़हर घुलने के कारण ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।
असल में हमारे शरीर में मौजूद फेफड़े हमारे शरीर का बेहद महत्वपूर्ण अंग है। फेफड़ों के कारण ही हमारे शरीर के तमाम अंग ठीक से अपना काम कर पाते हैं क्योंकि फेफड़े हमारे शरीर के सभी अंगों में रक्त के माध्यम से ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करते हैं। साथ ही हमारे शरीर में बनने वाली कार्बोन डाई ऑक्साइड गैस भी फेफड़ों से निकलने वाली सांसों के माध्यम से ही बाहर निकलती है। ऐसे में फेफड़ों को स्वस्थ रखना बहुत ज़रूरी है। सर्दियों में इन पाँच चीज़ों का सेवन करके आप अपने फेफड़ों को मज़बूत बना सकते हैं।
गुड़
गुड़ को सेहत के लिए वरदान स्वरूप माना जाता है। गुड़ का सबसे बड़ा गुण इसका एंटी एलर्जिक होना है। यहाँ एंटी एलर्जिक से अभिप्राय है कि यह फेफड़ों से सम्बन्धित किसी भी तरह की एलर्जी को कण्ट्रोल करने में सक्ष्म है। फेफड़ों के लिए गुड़ अत्त्यन्त लाभकारी होता है। गुड़ के सेवन से फेफड़े मज़बूत होते हैं। साथ ही गुण खून की कमी को पूरा करता है क्योंकि गुड़ में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। शरीर में खून की कमी होने पर सांस फूलता है। हमारे शरीर में रक्त ही ऑक्सीजन को कैरी करता है। जिन लोगों को श्वास सम्बंधित किसी भी तरह का रोग है उन्हें गुड़ का सेवन ज़रूर करना चाहिए।
फैटी फिश का सेवन करें
ओमेगा 3 फैटी एसिड फेफड़ों को स्वस्थ रखने में एहम भूमिका निभाता है। फैटी फिश में उच्च मात्रा में ओमेगा 3 पाया जाता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड में एंटी-इंफ्लेमेटरी, ऐंटी-ऑक्सीडेटिव और ऐंटी-कार्सिनोजेनिक गुण मौजूद होते हैं। ये गुण फेफड़ों को सभी तरह की बीमारियों से सुरक्षित रखते हैं। इससे फेफडे भी स्वस्थ रहते हैं।
सूप और छाछ
सूप और छाछ फेफड़ों के स्वास्थ्य में वृद्धि करने में एहम भूमिका निभाते हैं। सर्दियों में यदि आप अपने फेफड़ों को ठण्ड का शिकार होने से बचाना चाहते है तो आपको गरमागरम सूप का सेवन करना चाहिए। गर्म सूप का सेवन करने से आपके शरीर को भी गर्मी मिलेगी और साथ ही आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी। वहीं गर्मियों में छाछ का सेवन करने से आपके शरीर की सारी गर्मी खत्म हो जाती है और आपका लिवर भी स्वस्थ रहता है। लिवर पाचन तंत्र का एक एहम अंग है। पाचन तंत्र मज़बूत होने पर आपको श्वास सम्बंधित बीमारियों से नहीं झूझना पड़ता।
शहद और काली मिर्च
शहद में बेशुमार गुण मौजूद हैं। सर्दियों में ठण्ड लगने पर शहद का सेवन ज़रूर करना चाहिए। शहद हमारे फेफड़ों को ठण्ड से बचाने में बेहद कारगर है। इसी शहद में यदि आप काली मिर्च का पाउडर मिला देते हैं तो इसका सेवन करना किसी रामबाड़ औषधी से कम नहीं है।
अस्वीकरणीय - ये सभी टिप्स सामान्य जानकारी के तहत है। इन्हे किसी डॉक्टर या चिकित्सक की सलाह के तौर पर ना लें। अधिक परेशानी होने पर किसी अच्छे चिकित्सक या इस क्षेत्र से जुड़े किसी विशेषज्ञ की सलाह लेना ही उचित है। Ultranewstv इस जानकारी की पुष्टि नही करता और ना ही इसकी ज़िम्मेदारी लेता है।