पेरेंट्स की कुछ आदतें बच्चों को बिगाड़ देती है, इसी वजह से बच्चों के फ्यूचर पर भी पड़ सकता है बुरा असर

हर पेरेंट्स की एक इच्छा होती है कि उसका बच्चा ऑल राउंडर हो. सभी पैरेंट्स चाहते हैं कि उनका बच्चा पढ़ाई में
अच्छा हो, ढंग से खाना खाता हो और ज्यादा बदमाशी ना करें. लेकिन क्या यह पॉसिबल है कि बच्चे बदमाशी ना
करें टाइम टू टाइम अपनी पढ़ाई करें और साथ ही अपने हेल्थ का भी ध्यान रखें यह एक हर पेरेंट्स की शिकायत
होती है. और आज के समय में अपने बच्चों का अच्छे से ख्याल रखना पेरेंट्स के लिए इतना आसान नहीं होता.
पेरेंट्स के बिजी शेड्यूल में बच्चे को संभालना चैलेंज से कम नहीं होता. और यही एकमात्र कारण है कि जो पेरेंट्स
अपने बच्चों को टाइम नहीं दे पाते उनके बच्चे या तो बिगड़ जाते हैं या फिर एक अलग ही जीवन जीने लग जाते
हैं. आज हम आपको बताएंगे कि कैसे अपने बच्चों को अपने बिजी शेड्यूल के साथ बच्चों के साथ टाइम स्पेंड कर
सके.

कोरोना काल के बाद मोबाइल और इंटरनेट सभी का साथी बन चुका है. ऐसे में पेरेंट्स सबसे बड़ी गलती कर जाते
हैं और अपने बच्चों को मोबाइल, टैबलेट और लैपटॉप दिला देते हैं. उन्हें आउटडोर गेम खेलने से मना करते हैं,
फोन में गेम खेलने से मजबूर कर देते हैं. इससे बच्चों की आंखों पर तो बुरा असर पड़ता ही है. साथ में उनके
शारीरिक और मेंटल हेल्थ पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है. सबसे बड़ी गलती पेरेंट्स बच्चों को मोबाइल फोन दिला
कर करते हैं.

पेरेंट्स बच्चों को उनकी सारी बातें मान कर सारे विश्व को पूरा कर कर उनके भविष्य पर एक बड़े खतरे की नोक
बांध देते हैं. आजकल पेरेंट्स अपना समय बचाने के लिए और अपनी ज्यादा एनर्जी ना वेस्ट करने की वजह से
बच्चों की सारी चीजों को पूरा कर देते है.

बच्चे जब बहुत ज्यादा गलती करते हैं तो उनकी हर एक छोटी चीजों पर पेरेंट्स ठोकने लग जाते हैं या उन्हें डांटने
लग जाते हैं. तो बच्चे अपने पेरेंट्स से बातें छुपाने लग जाते हैं और फिर गलत और सही में अंतर नहीं कर पाते.