जातीय जनगणना के मुद्दे पर बिहार में सियासी घमासान तेज हो गया है। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के दावों पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस ऐतिहासिक फैसले का श्रेय दिया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश के सपनों को साकार किया है और जातीय जनगणना से बिहार को बड़ा लाभ होगा। चौधरी ने तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि जिनके पास केवल चार सांसद हैं, उन्हें क्रेडिट लेने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि लोकतंत्र में जनमत की सरकार होती है और यह फैसला मोदी सरकार ने कैबिनेट में पारित कराया है।
चौधरी ने राजद और लालू प्रसाद यादव पर भी तीखे सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राजद को काम करना नहीं आता, वे सिर्फ जमीन पर अपना अधिकार समझते हैं। उन्होंने लालू प्रसाद यादव से पूछा कि अगर उन्होंने 1995-96 में लोकसभा से यह प्रस्ताव पारित कराया था, तो जनगणना क्यों नहीं हुई? उन्होंने याद दिलाया कि केंद्र में 10 साल तक लालू प्रसाद यादव के समर्थन वाली यूपीए सरकार थी, और उनसे पूछा कि इस देरी का जिम्मेदार कौन है।
विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भी तेजस्वी यादव के दावों को खारिज करते हुए कहा कि बिहार में जातीय जनगणना का फैसला एनडीए सरकार ने लिया था। उन्होंने कहा कि अब जब केंद्र सरकार ने पूरे देश में जातीय जनगणना का फैसला ले लिया है, तो विपक्ष के पास राजनीति का कोई मुद्दा नहीं बचा है। सिन्हा ने कहा कि विपक्ष इसी परेशानी के कारण तरह-तरह की बातें कर रहा है।∎