ड्राइविंग के नियमों का उल्लंघन, सफर रहेगा सुरक्षित, इन बातों का रखें खास ध्यान

साल 2020 के आंकड़े के मुताबिक उस साल रोड एक्सीडेंट में तकरीबन 1,32,000 भारतीयों ने अपनी जान गवाई
है. हालांकि यह एक दुख जताने वाली बात है कि दुनिया भर की गाड़ियों की आबादी का मात्र 1% भारत में है.
बावजूद इसके दुनिया भर में सड़कों पर होने वाले हादसे में से 6% ने भारत में होते हैं. 70% से ज्यादा हादसों में
युवाओं शामिल है अगर अच्छे वाहनों और स्पीड से आपको प्यार है. तो सुरक्षा का ध्यान रखना भी आप की ही
जिम्मेदारी होती है. वाहन चलाते वक्त अपनी सुरक्षा के लिए किन बातों का रखा जाए ध्यान आइए जानते हैं पूरा
आर्टिकल में.

गलत तरफ ड्राइविंग

देश में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं की एक ही वजह है वह गलत साइड में ड्राइविंग करना. लोग आमतौर पर यू-
टर्न से बचने के लिए प्लीज ट्राफिक के बीच गलत दिशा की ओर से गाड़ी चलाना शुरु कर देते हैं. ऐसे ड्राइवर सही
दिशा में गाड़ी चला रहे चालकों के लिए मुसीबत पैदा करते हैं. जब तक वह कुछ समझ पाए देर हो चुकी होती है.
हाईवे पर यह और ज्यादा घातक हो जाता है. जहां वाहन आम तौर पर सामान्य से तेजी गति में चल रही होती है.

टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग

आजकल गाड़ियों में एडवांस ड्राइविंग असिस्टेंट सिस्टम फीचर दिया जा रहा है. इस सुविधा का गलत इस्तेमाल ही
सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा कर रहा है. दो सफेद रेखाओं के बीच अपने आप कंट्रोल होती गाड़ी का मतलब साफ है
कि जरूरत पड़ने पर सामने वाली गाड़ी के हिसाब से आपकी गाड़ी की रफ्तार कम हो जाती है और आप लेन में
बने रहे उसका अलर्ट क्लीनिंग व्हील आपको देता रहेगा पर लोग गाड़ी की स्क्रीनिंग के हाथ हटाकर इस सिस्टम का
दुरुपयोग वीडियो आदि बनाने में कर रहे हैं और इसी वजह से दुर्घटना की आशंकाएं भी काफी बढ़ जाती है.

सर्विस लेन पर लापरवाही

जब आप किसी सर्विस लेन से किसी नेशनल हाईवे पर प्रवेश बिंदु पर होते हैं. तो वहां पर पीछे वाले ट्रैफिक को
ध्यान में रखना होता है. पर ड्राइविंग करने वालों में इस स्थिति को लेकर अधिकतर जल्दबाजी का नजरिया देखा
जाता है. जो कि लोग गाड़ी को अचानक ही हाइवे पर उतार देते हैं. चालक की जागरूकता सुरक्षा में बड़ी भूमिका
निभाती है.

हाईवे पर ब्लाइंड स्टॉप

जिस जगह मशहूर कारोबारी साइरस मिस्त्री की कार का एक्सीडेंट हुआ. उसे देखकर साफ पता चलता है कि वह
एक ऐसा शॉप है जहां कोई भी टकरा सकता है. उस लाइन स्टाफ को हाईलाइट करने की कोई व्यवस्था नहीं है.
साथ ही हाइवे पर पड़ने वाले गांव ऐसे होंगे जिसमें हाईवे के कायदों की जानकारी नहीं होती. तो हाईवे के सफर में
ऐसे चौक की जानकारी रखें और सावधानी से ड्राइविंग करें.

सेफ्टी उपायों की अनदेखी

सीट बेल्ट किसी भी दुर्घटना में आप की जिंदगी बचाने में 50 पीस भी तक प्रभावी होती है और हेलमेट सिर को
चोट लगने से बचाव में 63 फ़ीसदी तक. लेकिन भारत में आम तौर पर लोग इन्हें जरूरी नहीं समझते. ऐेसे में
अपनी भी जान दांव पर लगाते हैं और दूसरों की भी. यह लापरवाही सड़क दुर्घटना में जीवन हानि के प्रमुख वजहों
में से एक है. इसलिए ड्राइव करते समय नियमों का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है.