जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पर्यटकों द्वारा कश्मीर घाटी छोड़ने की मांग पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “कल पहलगाम में हुए दुखद आतंकवादी हमले के बाद हमारे मेहमानों का घाटी से जाना वास्तव में हृदयविदारक है। हालांकि, हम यह भी पूरी तरह से समझते हैं कि लोग इस समय घाटी क्यों छोड़ना चाहते हैं।”
अब्दुल्ला ने आगे बताया कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) और नागरिक उड्डयन मंत्रालय पर्यटकों की वापसी के लिए अतिरिक्त उड़ानों की व्यवस्था करने में सक्रिय रूप से जुटे हुए हैं।
इसके अतिरिक्त, उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर से जम्मू के बीच यातायात को सुगम बनाने के निर्देश दिए हैं, ताकि पर्यटकों के वाहनों को घाटी से बाहर निकलने में सहायता मिल सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान में पूरी तरह से घाटी में वाहनों की सामान्य आवाजाही की अनुमति नहीं है।
उधर, भारतीय उड्डयन मंत्रालय ने पर्यटकों की घाटी से अपने घरों की ओर लौटने की बढ़ती मांग को देखते हुए एक परामर्श जारी किया है। मंत्रालय ने एयरलाइनों से तत्काल अतिरिक्त उड़ानों की व्यवस्था करने का आग्रह किया है। साथ ही, मंत्रालय ने एयरलाइनों को टिकट रद्द करने या पुनर्निर्धारित करने पर किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लेने के सख्त निर्देश दिए हैं।∎