रामलीला के मंचन के दौरान जब रावण ने सच मुच त्यागे अपने प्राण – बीसलपुर रामलीला

साल 1987 में रामलीला के मंचन के दौरान गंगा विष्णु उर्फ़ कल्लू मल दशहरे के दिन रावण का किरदार  निभा रहे थे। इस दौरान रावण वध के दृश्य में जब भगवान राम का किरदार निभा रहे पात्र ने उन्हें तीर मारा तो वास्तव में उनकी मृत्यु हो गई। 

दशहरे के मौके पर रामलीला का मंचन बहुत से लोगों को आकर्षित करता है। उत्तर भारत के तमाम लोग अपने परिवार के साथ रामलीला देखने बेहद उत्साह के साथ जाते है। आमतौर पर रामायण के पात्रों  का किरदार विभिन्न रामलीला मंडलियों में अभिनय करने वाले पात्रों द्वारा निभाया जाता है। लेकिन क्या आपने पहले कभी ऐसी रामलीला के बारें में सुना है जहाँ रावण का किरदार निभा रहे व्यक्ति की मृत्यु  तीर लगने से हो गई। 

भारत में उत्तर प्रदेश राज्य के पीलीभीत जिले में स्थित नगर बीसलपुर में एक ऐतिहासिक घटना ने रामलीला में आने वाले रावण वध के प्रसंग को विशेष बना दिया। यहाँ भगवान राम का तीर लगने के कारण एक नहीं अपितु तीन-तीन रावण पात्रों की मृत्यु हो चुकी है जिनमें एक पात्र की मृत्यु रावण वध के समय भगवान राम का तीर लगते ही हो गई थी। अभिनय के दौरान मृत्यु को प्राप्त हुए पात्रों में गंगा उर्फ़ कल्लू मल, अक्षय कुमार और गणेश कुमार के नाम शामिल हैं। बीसलपुर की रामलीला की खास बात यह भी है कि आज तक एक ही परिवार के लोग लम्बे अरसे से  रावण का किरदार निभाते आ रहें हैं। जिस दिन से यहाँ इन तीन पात्रों की मृत्यु हुई उस दिन से यहाँ रावण दहन नहीं किया गया। रावण का पात्र निभाने वाले कल्लू की मृत्यु के बाद उनकी मूर्ति को मैदान में स्थापित कर दिया गया था। कल्लू के बारें में कहा जाता है कि वह रावण का बहुत बड़ा भक्त था।  जब सामने से उसे कोई राम राम कहता तो वह ‘जय भोले की’ कह कर आगे निकल जाता था। इनके घर के सभी लोगों के नाम के आगे ‘रावण’ लगता है। आज उनकी जगह पर कल्लू के पुत्र दिनेश रस्तोगी और उनके भाई राजगोपाल रामलीला में रावण का किरदार निभा रहें हैं।