लालकृष्ण आडवाणी – Lal Krishna Advani

लालकृष्ण आडवाणी भारतीय राजनीती में एक जाना-माना नाम हैं। वे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। शुक्रवार, 3 फरवरी, 2024 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा की। इस लेख में जानतें हैं लाल कृष्ण आडवाणी की जीवनी

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Lal Krishna Advani Biography in Hindi

आडवाणी का जन्म 8 नवंबर, 1927 को हुआ था। लालकृष्ण आडवाणी का जन्म कराची, सिंध (तत्कालीन ब्रिटिश भारत) में एक सिंधी हिंदू व्यवसायी परिवार में हुआ था। किशनचंद डी. आडवाणी और ज्ञानी देवी उनके माता-पिता थे। 

प्रारंभिक शिक्षा उन्होंने करांची में ही प्राप्त की। तत्पश्चात, वे डी.जी. कॉलेज हैदराबाद, सिंध से ग्रेजुएट हुए। विभाजन के बाद वे भारत आ गए। गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से उन्होंने अपनी कानून की शिक्षा पूर्ण की। 

राजनितिक यात्रा

सन् 1941 में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े। तब उनकी आयु 14 वर्ष की थी। वे संघ के पूर्णकालिक प्रचारक बने। आडवाणी को प्रचारक के रूप में राजस्थान के मत्स्य-अलवर में भेजा गया, जहां विभाजन के बाद सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। उन्होंने अलवर, भरतपुर, कोटा, बूंदी और झालावाड़ जिलों में काम किया।

जब श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना की, तो आडवाणी जनसंघ में चले गए जहाँ वे पार्टी सचिव की भूमिका में थे। वर्ष 1970 में वे बतौर राज्यसभा सांसद संसद पहुंचें। जनसंघ से अलग होकर जब भाजपा बनी तब उन्हें, अटल बिहारी वाजपेयी के साथ, भाजपा को 1984 में 2 सीटों से 1998 में 182 सीटों तक पहुंचाने का श्रेय दिया जाता है। कई लोग भाजपा के उद्भव का कारण आडवाणी की रथ यात्रा को भी मानते हैं। 

जब अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी, तब आडवाणी ने गृह मंत्री व उप-प्रधानमंत्री (Deputy Prime Minister) का दायित्व संभाला।  

2014 से लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और अटल बिहारी वाजपेयी के साथ भाजपा के मार्ग दर्शक मंडल में शामिल हुए।

एल.के. आडवाणी : एक टाइमलाइन
8 नवंबर, 1927लालकृष्ण आडवाणी का जन्म कराची, वर्तमान पाकिस्तान में, माता-पिता किशनचंद और ज्ञानीदेवी आडवाणी के घर हुआ था।
1936 -1942सेंट पैट्रिक स्कूल, कराची में अध्ययन किया, मैट्रिक तक हर कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
1942स्वयंसेवक के रूप में आरएसएस में शामिल हुए।
1942भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान दयाराम गिदुमल नेशनल कॉलेज, हैदराबाद में शामिल हुए।
1944कराची के मॉडल हाई स्कूल में शिक्षक के रूप में नौकरी की।
12 सितम्बर, 1947पार्टीशन के दौरान प्रोपेलर विमान द्वारा सिंध से दिल्ली के लिए प्रस्थान।
1947-1951कराची शाखा में आरएसएस सचिव के रूप में अलवर, भरतपुर, कोटा, बूंदी और झालावाड़ में आरएसएस कार्य का आयोजन किया।
1957 की शुरुआत मेंअटल बिहारी वाजपेयी की सहायता के लिए दिल्ली स्थानांतरित हो गए।
1958-63दिल्ली राज्य जनसंघ के सचिव पद पर रहे।
1960-1967जनसंघ की राजनीतिक पत्रिका ऑर्गनाइज़र में सहायक संपादक के रूप में शामिल हुए।
25 फरवरी, 1965कमला आडवाणी से विवाह, इन आडवाणी दंपत्ति के दो बच्चे हैं, प्रतिभा और जयंत।
अप्रैल, 1970राज्य सभा में प्रवेश किया।
दिसम्बर, 1972भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष चुने गये।
26 जून, 1975 आपातकाल के दौरान बैंगलोर में गिरफ्तार किया गया और अन्य बीजेएस सदस्यों के साथ बैंगलोर सेंट्रल जेल ले जाया गया।
मार्च 1977 से जुलाई 1979

1980-86
केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री का पद संभाला। मई 1986- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पार्टी अध्यक्ष बने।भाजपा के महासचिव पद पर रहे।
मई, 1986भाजपा के पार्टी अध्यक्ष के रूप में घोषित किये गये।
3 मार्च, 1988पुनः भाजपा के पार्टी अध्यक्ष चुने गये।
1988 भाजपा सरकार में गृह मंत्री का पद संभाला।
1990सोमनाथ से अयोध्या तक राम रथ यात्रा शुरू हुई।
1997भारत की स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती मनाने के लिए स्वर्ण जयंती रथ यात्रा शुरू हुई।
अक्टूबर, 1999 - मई, 2004केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, गृह मंत्रालय
जून, 2002 - मई, 2004उप-प्रधानमंत्री
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