‘मैथिली ठाकुर’ – भारतीय शास्त्रीय संगीत का जाना पहचाना नाम ‘Maithili Thakur’ – a well-known name of Indian classical music

मैथिली ठाकुर भारतीय शास्त्रीय संगीत परंपरा को केंद्र में रखते हुए मैथिली और भोजपुरी में गाने गाती हैं। 2011 में जी टीवी पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम लिटिल चैंप्स रियलिटी शो के माध्यम से पहचान मिली। 2019 में मैथिली ठाकुर को चुनाव आयोग के द्वारा मधुबनी का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया। इनके फेसबुक पर 9 मिलियन से अधिक फॉलोवर हैं। यूट्यूब पर भी इनके 2.5 मिलियन सब्सक्राइबर हैं। इंस्टाग्राम पर भी इनके 2 मिलियन से अधिक फॉलोवर हैं। 

मैथिली ठाकुर जीवनी - Maithili Thakur Biography

नाम मैथिली ठाकुर 
जन्म 25 जुलाई 2000 
जन्म स्थान बेनापट्टी, मधुबनी (बिहार) 
पिता रमेश ठाकुर
माता भारती ठाकुर
पेशा गायिका 
अन्य साथी भाई ऋषभ (तबला बजाना)और अयाची (गायक)
प्रसिद्धि लोक संगीत, छठ, कजरी आदि 

घर में सीखा गायन, इंटरनेट पर छाई - Learned singing at home, became popular on internet

रमेश ठाकुर ने घर में संगीत की शिक्षा पाई, अब वो इसे अपनी अगली पीढ़ी को दे रहे हैं। बिहार के मधुबनी में जन्मे और वहीं अपने बाप-दादाओं से संगीत की शिक्षा पाने वाले रमेश ठाकुर बीस साल पहले दिल्ली आए थे। तभी से यह उनकी कर्मभूमि हो गयी। रमेश ठाकुर बताते हैं कि बच्चों की वजह से जीने का एक मकसद मिला। तीनों बच्चों को उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत का हुनर सिखाया है। जिसकी वजह से बच्चों ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है।

कई लाइव शो व रियलिटी शो कर चुकी हैं मैथिली - Maithili has done many live shows and reality shows

मैथिली ठाकुर का संगीत के क्षेत्र में आगाज 2011 में हुआ था। तब इन्होने जी टीवी पर प्रसारित होने वाले शो लिटिल चैंप्स में दिखाई दी थी। इससे पहले भी मैथिली कई स्थानीय कार्यक्रम कर चुकी हैं। 4 साल बाद सोनी टीवी पर प्रसारित हुए इंडियन आइडियल जूनियर रियलिटी शो उनकी प्रसिद्धि का कारण बना। साल 2017 में राइजिंग स्टार के सीजन 1 में भाग लेकर शो की फाइनलिस्ट बनी। दो वोटों से हारकर मैथिली ठाकुर दूसरे स्थान पर रहीं। 

मधुबनी की ब्रांड एंबेसडर हैं मैथिली - Maithili is the brand ambassador of Madhubani

2019 में निर्वाचन आयोग के द्वारा मैथिली ठाकुर व उनके दोनों भाइयों को ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया था। उनके ब्रांड एंबेसडर बनाये जाने पर मिथिला सहित पूरे बिहार में खुशी का माहौल था।