14 दिसंबर 2024 को राज कपूर की 100 एनिवर्सरी के अवसर पर फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया जयगा। इसके खातिर रणबीर कपूर अपने परिवार संग पहुँच गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को आमंत्रित करने, साथ ही सुनाया दादा जी का मज़ेदार किस्सा।
अभिनेता राज कपूर परिवार के कई सदस्य, मंगलवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी जी से मिले। रणबीर कपूर, आलिया भट ,नीतू सिंह के साथ काफी परिवार के सदस्य शामिल थे। सभी परिवार वाले नरेंद्र मोदी जी को राज कपूर के 100वें जन्मदिन के अवसर पर आयोजित फिल्म फेस्टिवल में आमंत्रित करने गए थे। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर रणबीर कपूर काफी खुश देखने को मिले। तभी बातचीत में रणबीर ने अपने दादा जी से जुड़ा एक मजेदार किस्सा पीएम मोदी जी को सुनाया।
जन्म | 14 दिसंबर 2024 |
पेशा | अभिनेता,फिल्म निर्माता,निर्देशक |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
कार्यकाल | 1935 -1988 |
पहली फिल्म | इंकलाब |
पुरस्कार | फिल्म फेयर पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ फिल्म राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, हिंदी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म |
मृत्यु | 2 जून 1988 |
रणबीर कपूर ने मोदी जी से मुलाक़ात के दौरान बताया, जब वह रूस गए थे तब उन्हें एक टैक्सी ड्राइवर मिला जो राज कपूर यानि मेरे दादा जी का बहुत बड़ा फैन था। रणबीर ने बताया की वह राज कपूर के पोते है, यह जान कर टैक्सी ड्राइवर काफी खुश हुआ। जब तक मैं रूस में था तब तक मैं उसकी टैक्सी में फ्री में घुमा और ड्राइवर ने मुझसे एक पैसा भी नहीं लिया।
प्रधानमंत्री मोदी जी ने रणबीर को बताया कि राज कपूर जी ने भारत को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को सॉफ्ट पावर अपनी फिल्मो के ज़रिये दिखाई है। कहा, नयी पीढ़ी को उनके बारे में पता होना चाहिए साथ ही सीखना भी चाहिए। मोदी जी ने रणबीर के साथ पुरे परिवार वालो को सलाह दी, कि राजकपूर जी पर कोई क्रिएटिव काम किया जाये।
राज कपूर जी की 100वी जयंती 14 दिसंबर 2024 को एक फेस्टिवल के रूप में होने वाली है। जिसमे राज कपूर की फिल्मे और अभिनय यात्रा को दिखाया जयगा। फेस्टिवल में राज कपूर जी कि बेहतरीन फिल्मे दिखाई जाएगी। जैसे 'श्री 420', 'आवारा', 'बरसात', 'मेरा नाम जोकर', 'बॉबी' और 'राम तेरी गंगा मैली' और 'जागते रहो' दिखाई जाएंगी। यह फिल्में सिर्फ भारतीय लोगो की ही फेवरेट नहीं है बल्कि, पूरी दुनिया के दर्शक भी राज कपूर जी कि यह बेहतरीन फिल्मे देख पाएंगे।
राज कपूर अस्थमा के मरीज थे। राज कपूर जब दादा साहब फाल्के अवार्ड लेने के लिए दिल्ली आये थे, वहीं उन्हें अस्थमा का अटैक पड़ गया और उनकी मृत्यु हो गई थी। उनका निधन 2 जून 1988 को 63 वर्ष की उम्र में दिल्ली में हुआ।