स्मिता पाटिल (Smita Patil) का जन्म 17 अक्टूबर 1955 को पुणे, महाराष्ट्र में हुआ। उनका परिवार शिक्षा और समाजसेवा से जुड़ा था। स्मिता ने पुणे विश्वविद्यालय से पढ़ाई की और पत्रकारिता की ओर रुझान बढ़ाया। उनके संघर्षपूर्ण प्रारंभ ने उन्हें आम जीवन की वास्तविकताओं को करीब से समझने में मदद की।
स्मिता का सिनेमा सफर 1974 में शुरू हुआ, जब श्याम बेनेगल ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें निशांत फिल्म में मौका दिया। उन्होंने समानांतर सिनेमा में अपनी पहचान बनाई, जो उस दौर की सामाजिक और राजनीतिक सच्चाइयों को उजागर करता था।
जन्म | 17 अक्टूबर 1955 |
जन्म स्थान | महाराष्ट्र |
व्यवसाय | अभिनेत्री, टेलीविजन न्यूज़कास्टर |
पुरस्कार | पद्मा श्री (1985) |
निधन | 13 दिसंबर 1986 |
स्मिता का अभिनय सिर्फ मनोरंजन तक सीमित नहीं था। मंथन, भूमिका, आक्रोश, और अर्थ जैसी फिल्मों में उनके किरदार समाज की गहरी समस्याओं को दिखाते थे। उनके चेहरे के भाव और आंखों की गहराई ने किरदारों को जीवंत कर दिया।
स्मिता पाटिल ने अपने छोटे से फिल्मी करियर में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीते। उन्हें दो बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया। उनकी फिल्में न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी सराही गईं।
स्मिता ने 1986 में राज बब्बर से शादी की। उनका बेटा प्रतीक बब्बर भी अभिनेता हैं। दुर्भाग्यवश, 31 साल की उम्र में, स्मिता का 13 दिसंबर 1986 को प्रसव के दौरान निधन हो गया।
स्मिता पाटिल का योगदान भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों तक ले गया। उनकी यादें आज भी फिल्मों और उनके प्रशंसकों के दिलों में जीवित हैं।
स्मिता पाटिल ने भारतीय सिनेमा को अपनी अनूठी संवेदनशीलता और अभिनय से समृद्ध किया। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत है।