वीरेन्द्र सहवाग (Virender Sehwag) एक भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं। जो अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। वीरेंद्र सहवाग का क्रिकेट करियर और उनका व्यक्तित्व उन्हें भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक अद्वितीय स्थान देता है। उनकी खेल शैली, रिकॉर्ड और उपलब्धियाँ उन्हें युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनाती हैं।
नाम | वीरेन्द्र सहवाग |
जन्म | 20 अक्टूबर 1978 |
जन्म स्थान | नजफगढ़, दिल्ली |
पिता | श्री किशन सहवाग |
माता | श्रीमती कृष्णा सहवाग |
पेशा | क्रिकेटर |
पुरस्कार | अर्जुन पुरस्कार |
जन्म और परिवार
वीरेंद्र सहवाग का जन्म 20 अक्टूबर 1978 को नजफगढ़, दिल्ली में हुआ। उनका परिवार एक मध्यमवर्गीय पृष्ठभूमि से है। उनके पिता, किशन सहवाग एक व्यापारी थे, और उनकी माँ, कृष्णा सहवाग एक गृहिणी हैं।
शिक्षा और क्रिकेट में रुचि
सहवाग ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के स्कूल से की। उन्होंने बचपन से ही क्रिकेट में रुचि दिखाई और स्थानीय क्लबों में खेलना शुरू किया।
राज्य स्तर
सहवाग ने हरियाणा के लिए खेलते हुए राज्य स्तर पर ध्यान आकर्षित किया। उनकी असाधारण बल्लेबाजी कौशल ने उन्हें राष्ट्रीय टीम में स्थान दिलाने में मदद की।
अंतरराष्ट्रीय डेब्यू
उन्होंने 1999 में भारत के लिए एकदिवसीय क्रिकेट में पदार्पण किया, और 2001 में उन्होंने टेस्ट मैचों में भी कदम रखा।
दोहरे शतक
सहवाग ने 2008 में मुम्बई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 278 गेंदों में 300 रन बनाकर सबसे तेज दोहरा शतक बनाने का रिकॉर्ड बनाया।
एकदिवसीय में 219 रन
उन्होंने 2011 में कलकत्ता में 219 रन बनाकर एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड स्थापित किया।
टी20 विश्व कप
सहवाग 2007 में भारत की पहली टी20 विश्व कप विजेता टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा थे।
सहवाग की बल्लेबाजी शैली अत्यधिक आक्रामक थी। वह बिना किसी झिझक के गेंदबाजों पर हमला करते थे और अक्सर बाउंड्री के लिए खेलने में माहिर थे। उनकी स्वाभाविक पारी के चलते उन्हें "वीरू" के नाम से भी जाना जाता है।
संन्यास
सहवाग ने 2013 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इसके बाद, उन्होंने आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेला।
कमेन्ट्री और मीडिया
संन्यास लेने के बाद, सहवाग ने कमेंट्री और क्रिकेट विश्लेषण में करियर बनाया। वे विभिन्न टीवी चैनलों पर क्रिकेट विशेषज्ञ के रूप में सक्रिय हैं।
सहवाग ने कई सामाजिक कार्यों में भाग लिया है, विशेषकर शिक्षा और खेल के क्षेत्र में। उन्होंने अपने फाउंडेशन के माध्यम से गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए सहायता प्रदान की है।
"ईएसपीएन क्रिकीन्फो अवार्ड" - 2011
अर्जुन पुरस्कार - 2002
"विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड" - 2008, 2009