उस्ताद ज़ाकिर हुसैन का हुआ निधन – zakir husain died on 15 december 2024

ज़ाकिर हुसैन जो भारत के सबसे प्रसिद्ध तबला वादक के रूप में जाने जाते थे,उनका 15 दिसंबर 2024 को निधन हो गया है। ज़ाकिर हुसैन को दिल की समस्या थी, उनका इलाज अमेरिका के सैन फ्रांसिको के एक अस्पताल में चल रहा था। उनके निधन से पूरी बॉलीवुड इंडस्ट्री में शोक की लेहेर है। 

जीवन : 

ज़ाकिर हुसैन बचपन से ही मुंबई के रहने वाले है। उनका पूरा बचपन मुंबई में ही बीता। बचपन से ही ज़ाकिर को तबला बजाने का शौक था तथा 12 साल की उम्र से ज़ाकिर ने अपने तबले की आवाज़ को संगीत की दुनिया में बिखेरना शुरू कर दिया था। ज़ाकिर ने प्रारंभिक शिक्षा और अपने कॉलेज के बाद से ही कला के क्षेत्र में खुद को स्थापित करना आरम्भ कर दिया था।

ज़ाकिर हुसैन बायोग्राफी - Zakir Hussain Biography in Hindi 

जन्म 9 मार्च 1951 
स्थान मुंबई, भारत 
निधन 15 दिसंबर 2024 
पेशा तबला वादन 
वाद्ययंत्रतबला 
सक्रियता वर्ष1963 
विधायेंशास्त्रीय संगीत, ज्याज फ्यूजन, विश्व संगीत 

1973 में आया पहला एल्बम :

ज़ाकिर हुसैन की पहली एलबम 1973 में आयी। उनकी पहली एल्बम का नाम लिविंग इन द मैटेरियल वर्ल्ड था। इस एल्बम के बाद ज़ाकिर ने ठान लिया था कि अपना यह टैलेंट वो पूरी दुनिया में भर देंगे। 1979 से 2007 तक ज़ाकिर हुसैन ने अपने तबले का टैलेंट काफी अंतर्राष्ट्रीय समारोह में दिखाया। ज़ाकिर हुसैन भारत में तो प्रिसिद्ध हुए ही साथ ही वह दुनिया की विभिन्न जगहों में भी प्रसिद्ध रहे। हर जगह उन्हें उस्ताद ज़ाकिर हुसैन के नाम से जाना गया। 

परिवार में कितने सदस्य थे :

ज़ाकिर के परिवार में उनकी पत्नी, जिनका नाम एंटोनिया मीनेकोला, उनकी बेटियां अनीसा कुरैशी (उनके पति टेलर फिलिप्स और उनकी बेटी जारा) और इसाबेला कुरैशी, उनके भाई तौक कुरैशी और फजल कुरैशी व उनकी बहन खुर्शीद औलिया हैं। 

मौत की वजह :

ज़ाकिर हुसैन को दिल की समस्या होने के कारण वह अमेरिका के सैन फ्रांसिको अस्पताल में एडमिट थे। वह अस्पताल में पिछले 2 हफ्तों से एडमिट थे। तबियत ज़्यादा ख़राब होने की वजह से उन्हें ICU में भर्ती कराया गया था।73 वर्ष के ज़ाकिर ने वहां अपना दम तोड़ दिया और दुनिया को अलविदा कहा। 

इंडस्ट्री में शोक की लहर :


उस्ताद ज़ाकिर हुसैन कि मौत की खबर ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया तो, वहीं इंडस्ट्री के लोगो में भी शोक की लहर बानी हुई है। सभी सेलिब्रिटीज पोस्ट कर के अपना दुःख व्यर्थ कर रहे है। दिया मिर्ज़ा ने ज़ाकिर को याद करते हुए कहा कि, वो एक म्यूसिकल जीनियस नहीं थे बल्कि, सबसे विनम्र, सबसे ज़्यादा प्यार करने वाले दयालु व्यक्ति थे। उन्होंने कहा ज़ाकिर की मुस्कराहट की छाप उनके दिल में हमेशा रहेगी। इसी तरह बाकि सेलेब्रिटीज़ ने भी शोक व्यक्त किया।

करीना कपूर ने स्टोरी में कहा :



करीना कपूर ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी शेयर की, जिसमे उस्ताद ज़ाकिर खाना करीना कपूर के पिता रणधीर कपूर से हाथ मिला रहे है और काफी खुश नज़र आ रहे है। करीना ने स्टोरी शेयर करते हुए लिखा ‘MAESTRO FOREVER’

अक्षय कुमार और रणवीर सिंह ने जताया दुःख :

अक्षय ने ज़ाकिर के निधन पर श्रदांजलि दी और कहा कि उस्ताद साब की खबर सुन के दुःख हुआ।  वो देश की संगीत की विरासत के लिए सुच में एक खज़ाना थे। अक्षय ने लिखा ‘om shanti ‘
इसी के साथ रणवीर सिंह ने ज़ाकिर हुसैन की एक ब्लैक एंड वाइट फोटो शेयर की, जिसमे ज़ाकिर तबला बजाते हुए नज़र आ रहे है। साथ ही रणवीर ने हाथ जोड़ने का इमोजी लगाया। ऐसे ही काफी सरे सेलिब्रिटीज ने अपना दुःख व्यक्त किया। 

सम्मान और पुरस्कार : 


1988 - ज़ाकिर हुसैन को 1988 में पद्म श्री का पुरस्कार मिला था। तब वह सिर्फ 37 वर्ष के थे। वह इस उम्र में पद्म श्री लेने वाले सबसे काम उम्र के व्यक्ति थे। 

2002 - ज़ाकिर हुसैन को 2002 में संगीत के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्म भूषण का अवार्ड दिया गया था।

1992 - 2009 : संगीत का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार ज़ाकिर हुसैन को ग्रैमी अवार्ड भी मिला। 


2023 : ज़ाकिर हुसैन को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।  यह अवार्ड उन्हें राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मू द्वारा दिया गया था।