कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए वोटिंग जारी है जो शाम चार बजे तक होगी। दो दिनों बाद यानी
19 अक्टूबर को चुनाव रिजल्ट जारी किया जाएगा। वोटिंग में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के
सदस्य हिस्सा लेंगे।
पार्टी के 9000 डेलिगेट्स कांग्रेस के अगले अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। बता दें कि प्रदेश कांग्रेस समितियों
(PCC) को डेलिगेट्स कहा जाता है। ये डेलिगेट्स अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर
में से अगले अध्यक्ष का चयन करेंगे।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने अध्यक्ष के लिए चुनाव कराने वाली
एकमात्र राजनीतिक पार्टी है। यह एक ऐतिहासिक दिन है। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान
बेल्लारी में वोट डालेंगे। पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के सुबह करीब 11 बजे वोट डालने की
उम्मीद है।
कांग्रेस सांसद पी चिदंबरम, जयराम रमेश और पार्टी के अन्य नेताओं ने दिल्ली में एआईसीसी
कार्यालय में वोट डाला।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ये हमारे आंतरिक चुनाव का हिस्सा है। हमने एक-दूसरे (थरूर) से
जो कुछ भी कहा वह मैत्रीपूर्ण ढंग से है। हमें मिलकर पार्टी बनानी है। थरूर ने मुझे फोन किया
और मुझे शुभकामनाएं दीं और मैंने भी उन्हें गुडलक कहा।
वोटिंग से पहले शशि थरूर ने कहा कि मुझे भरोसा है। अब पार्टी की किस्मत कांग्रेस कार्यकर्ताओं
के हाथ में है। हमारे खिलाफ मुश्किलें खड़ी हो रही हैं, क्योंकि पार्टी और पार्टी के नेता दूसरे
उम्मीदवार के साथ हैं। थरूर ने कहा कि मैंने खड़गे से बात की और कहा कि हम सहयोगी और
दोस्त बने रहेंगे।
कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने एआईसीसी कार्यालय में
पार्टी अध्यक्ष चुनाव के लिए मतदान शुरू होने से पहले अंतिम जांच की।
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए वोटिंग दिल्ली में एआईसीसी कार्यालय में सुबह 10 बजे शुरू
होगी।
कांग्रेस की मौजूदा अध्यक्ष सोनिया गांधी, AICC महासचिव, राज्य प्रभारी, सचिव और संयुक्त
सचिवों समेत कुल 75 कांग्रेस डेलिगेट्स 24 अकबर रोड यानी कांग्रेस हेडक्वॉर्टर में अपना वोट
डालेंगे।
‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल राहुल गांधी समेत करीब 47 लोग कर्नाटक के बेल्लारी में वोटिंग
करेंगे। चुनाव में 36 पोलिंग स्टेशन, 67 बूथ बनाए गए हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे का मेनिफेस्टो
चुनाव जीते तो पार्टी के 50 फीसदी पदों पर 50 साल से कम उम्र के नेताओं की नियुक्ति होगी।
उदयपुर डिक्लेरेशन को पूरी तरह से लागू किया जाएगा।
महिलाओं, एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के नेताओं को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा।
सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी नेता एक पद पर पांच साल से ज्यादा समय तक ना रहें।
2024 के चुनाव में बीजेपी के खिलाफ पूरी ताकत के साथ लड़ने के लिए पार्टी को तैयार करेंगे।
शशि थरूर ने किया ये ऐलान
युवाओं-महिलाओं और पार्टी कार्यकर्ताओं को सशक्त किया जाएगा।
प्रदेश, जिला और ब्लॉक संगठन के फैसले दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व के बजाय स्थानीय स्तर पर
करने का फॉर्मूला रखेंगे।
मेहनती कार्यकर्ताओं को ज्यादा दायित्व और सम्मान दिया जाएगा।
50 से कम उम्र के लोगों को संगठन में अहम पद, चुनाव में टिकट और एक सीट 2 चुनाव
हारने वाले को टिकट दोबारा नहीं मिलेगा।
अध्यक्ष बने तो कार्यकर्ताओं से सीधे रिश्ते बनाए रखने पर जोर होगा।
137 साल पुरानी पार्टी में तीसरी बार चुनाव
137 साल पुरानी पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए इस बार गैर-गांधी परिवार से किसी नेता का चुना
जाता तय है। पिछले 50 सालों में सिर्फ दो बार ही कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग हुई है।
पहली बार 1997 के चुनाव में तीन उम्मीदवार सीताराम केसरी, शरद पवार और राजेश पायलट
चुनावी मैदान में थे। सीताराम केसरी 6224 वोट पाकर कांग्रेस अध्यक्ष बने थे। दूसरी बार साल
2000 में कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव सोनिया गांधी और जितेंद्र प्रसाद के बीच हुआ था जिसमें
सोनिया गांधी को 7,448 और जितेंद्र प्रसाद को 94 वोट मिले थे।